Heart Health Tips: आज के इस डिजिटल युग में टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को काफी हद तक सुविधाजनक और आसान सा पूरी तरह से बना दिया है। लेकिन इनके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैँ, जिनके बारे में आपको जानने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत है। इनमें से एक जो आजकल के समय में सबसे बड़ी प्रॉब्लम है और वो है ‘ डिजिटल स्ट्रेस’ ( Digital Stress)।
अब आप इस टर्म का मतलब सोंच रहे होंगे तो बताते चलें कि इसका मतलब ये है कि टेक्नोलॉजी का जरूरत से अधिक इस्तेमाल करना। जिस वजह से फिजिकल समेत मेंटल हेल्थ किसी भी व्यक्ति कि खराब होने लग जाती है।
वहीं, इसका सीधा असर हमारे हार्ट हेल्थ के ऊपर पड़ता है।
डिजिटल स्ट्रेस के ये हैँ मुख्य कारण:
• ऑनलाइन काम का प्रेशर
वर्क फ्रॉम होम या 24 घंटे काम करते – करते व्यक्ति बहुत ही ज्यादा परेशान सा हो जाता है। जिस कारण से वे डिप्रेशन तक में जा सकता है।
* सोशल मीडिया में एक्टिव रहना
लगातार सोशल मीडिया में एक्टिव रहने से ये प्रेशर बनता जाता है कि हम अपनी लाइफ कि तुलना दूसरों से करने लग जाते हैँ।
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* सूचनाओं में आती हैँ तेजी से बढ़ोतरी
इंटरनेट पर मौजूद जानकारी कि भरमार से लोग काफी ज्यादा कंफ्यूज हो जाते हैँ और कई बार तो वे खुद ही नीचा समझने लग जाते हैँ।
*हार्ट और ब्रेन कि सेहत पर पड़ता है असर
• हार्ट रेट में आ जाती है अनियमता
डिजिटल स्ट्रेस लेने के कारण हार्ट रेट काफी ज्यादा अनियमत सी हो जाती है। ये स्थिति वहीं एरीथमिया कि वजह भी बनती है, जो कि हार्ट हेल्थ के लिए काफी ज्यादा ख़तरनाक साबित होती है।
*हो सकती है नींद कि कमी
डिजिटली ज्यादा एक्टिवेट रहने के कारण नींद में भी इसका असर साफतौर पर देखने को मिल सकता है। नींद न पूरी होने के कारण हार्ट हेल्थ को कई तरह के इफ़ेक्ट पड़ सकते हैँ, यहाँ तक कि व्यक्ति कि मौत तक हो सकती है।
* अनहेल्थी लाइफस्टाइल
अनहैल्थी लाइफस्टाइल के कारण लोग शराब का सेवन करना, डाइट में खराब चीजों को शामिल करना जैसी चीजें करने लग जाते हैँ।
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डिजिटल स्ट्रेस को कैसे कर सकते हैँ खत्म
*नींद कि पूर्ती करके
• हैल्थी डाइट लेकर
• नियमित रूप से एक्सरसाइज करके
• सोशल मीडिया का लिमिटेड इस्तेमाल करके