Cyber Fraud को रोकने के लिए लिया अहम फैसला, बैंकों में जल्द शुरु होगा इंटरनेट

नई दिल्ली: रिजर्व बैंक आफ इंडिया को लेकर माॅनेटरी पाॅलिसी कमिटी की बैठक के दौरान आज आज गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बैंकों के लिए अहम ऐलान किया है। उन्होंने अलग से इंटरनेट शुरू करने का घोषणा कर दी है। डिजिटल पेमेंट में धोखाधड़ी वाले मामले को ध्यान में रखकर यह अहम फैसला किया गया। साइबर फ्राॅड में निपटने को लेकर आरबीआई ने भारतीय बैंको के साथ बैंक.इन इनटरनेट डोमेन को लाॅन्च करने का फैसला किया गया।

फाइनेनशियल सर्विसेज को मिलेगी सुरक्षा

बैंकोंं को लेकर अलग से इंटरनेट शुरू करने की बात करें तो मकसद साइबर फ्राॅड के अलावा फिशिंग जैसी गतिविधियों को कम करने के साथ फाइनेनशियल सर्विसेज को सेक्योरिटी देने की बात कही है। इसकी मदद से डिजिटल बैंकिंग और पेमेंट से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ते जा रहे हैं। बैंकिंग प्रौद्योगिकी विकास एवं अनुसंधान संस्थान के तौर पर काम करने वाला है। इस डोमेन वाले रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को देखा जाए तो 2025 से शुरू होने की उम्मीद है। इन बैंकों को लेकर अलग अलग तरह के दिशा-निर्देश जारी होने वाले हैं। फाइनेनशियल सेक्टर के दौरान दूसरी गैर बैंकिंग संस्थाओं को लेकर fin.in नाम से योजना तैयार की गई है।

एफएफ डिजिटल से मिलेगी सेक्योरिटी

बैंकिंग औऱ पेमेंट सिस्टम के दौरान डिजिटल सेक्योरिटी को बढ़ावा देना है तो रिजर्व बैंक आफ इंडिया कई तरह के उपाय अपना रहा है। डोमेस्टिक डिजिटल पेमेंट को लेकर इन उपायों में शामिल है। Additional Factor of Authentication की मदद से आफशोर व्यापारियों के साथ आनलाइन इंटरनेशन डिजिटल पेमेंट की मदद से बढ़ाने का प्रस्ताव मिल रहा है। इसके अलावा आरबीआई ने ये भी बतााया है कि बैंकों और एनबीएफसी के साथ साइबर जोखिमों के साथ कम करने को लेकर निरंतर सुधार करने की जरूरत है।

सर्विसेज से मिलेगा लाभ

बैंकिंग और पेमेंट सिस्टम से आपको कई तरह से बढ़ावा मिलने वाला है। इस व्यापारियों को बढ़ाने का प्रस्ताव मिलने की शुरूआत हो गई है।