नई दिल्ली: केंद्र सरकार (Central Government) ने जनवरी महीने के दौरान आंठवे वेतन आयोग को लेकर गठन का ऐलान किया गया। इसके बाद सरकारी कर्मचारियों के साथ सैलरी में बदलाव की संभावना बढ़ चुकी है। इस ऐलान के बाद चर्चा शुरू हो गई है कि केंद्र कर्मचारियों की सैलरी (Salary) में कितनी बढ़त हो सकती है।
जानकारी के अनुसार नेशनल काउंसिल-ज्वाइंट कंसल्टेटिव मशीनरी ने फिटमेंट फेक्टर को लेकर 2.57 या फिर उससे ज्यादा करने की मांग हुई है। ये वहीं फिटमेंट फैक्टर होता था जो सांतवे वेतन आयोग को लेकर लागू किया गया। JCM-NC ने सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने आगे बताया कि फिटमेंट फैक्टर 2.57 या फिर उससे ज्यादा होना होता है।
फिटमेंट फैक्टर की क्यों पड़ती है जरूरत
फिटमेंट फैक्टर कर्मचारियों के सैलरी का निर्धारण करने वाला सिस्टम माना जाता है। अगर 8 पे कमिशन में बात करें तो फिटमेंट फैक्टर 2.57 लागू करते हैं तो कर्मचारियों की सैलरी में लगभग 157 प्रतिशत की बढ़त हुई है। अगर किसी कर्मचारी की सैलरी 18,000 रूपये महीना आ रही है तो यह बढ़ने के बाद 46,260 रूपये तक पहुंचने जाती है। इसके अलावा न्यून्तम पेंशन में भी 23,130 प्रति माह होती है।
7वे वेतन आयोग के तहत इतना होगा फिटमेंट फैक्टर
सांतवा वेतन आयोग 1 जनवरी को लागू किया गया। तब ही फिटमेंट फैक्टर 2.57 तक लागू हुआ था। केंद्र कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने के बाद 18,000 रूपये की गई थी। अगर आंठवे वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.86 लागू करते हैं तो आपकी बेसिक सैलरी 46,260 रूपये तक पहुंचने वाली है। वहीं दूसरी तरफ पूर्व वित्त सचिव सुभाष गर्ग ने इसको काफी मु्श्किल बताया है।
JCM-NC ने फिटमेंट फैक्टर को लेकर की मांग
सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने जानकारी दिया है कि आंठवे वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 या फिर उससे ज्यादा रहना जरूरी है। उन्होंने आगे ये भी कहा है कि 7वे वेतन आयोग के भारतीय श्रम सम्मेलन और न्यूनतम जीवन यापन वेतन को पूरी से अपनाया गया था।