नई दिल्ली: इनकम टैक्स अधिकारियों ने कहा है कि इनकम टैक्स विभाग उन व्यक्तियों और व्यवसायों पर राष्ट्रव्यापी की योजना करता है जो किसी भी स्रोत पर एकत्रित टैक्स को काटने के अलावा जमा करने में विफल हो गया है। वित्त वर्ष 2023 और 23-24 की टैक्स कटौती के अनुसार करीब 40,000 ऐसे टैक्सपेयर्स हैं जो जांच के दायरे में मौजूद हैं।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने टीडीएस डीफाॅल्ट की पहचान करने को लेकर 16 सत्रीय योजनाओं को तैयार किया गया है। अलग से लेकर डेटा एनलिटिक्स टीम ने जांच को लेकर एक लिस्ट को तैयार किया गया है। जानकारी के मुताबिक एक सीनियर ने बताया कि हमारे पास एनलिटिक्स का डाटा होता है और टैक्सपेयर्स से संपर्क करने लगेंगे। वह टैक्स जमा करने को लेकर चूक हो गई जो शुरुआत में उनको सूचित किया जाएगा।
पहले तो इन पर की जाएगी कार्यवाई
जानकारी के मुताबिक अधिकारी पहले ही अपराध करने वालों पर ध्यान देने वाले हैं। इसके बाद टैक्स कटौती और टैक्स भुगतान में व्यापक स्तर पर जांच की जानी है। वहीं कटौतीकर्ता द्वारा बदलाव किया गया है। वहीं ऐसे मामले की भी जांच की जानी है जो कंपनियों ने अपने आडिट में कुछ चीजों का पूरी तरह से इस्तेमाल कर लिया है।
टीडीएस रिटर्न पर रहेगी नजर
टैक्स अधिकारी टीडीएस रिटर्न को लेकर संशोधित करने के मामले को लेकर नजर रखना होता है। इससे डिफाॅल्ट राशि में कमी होने की पूरी उम्मीद है। फील्ड फार्मेशन से कहा गया कि डिडक्टी द्वारा दर्ज हुई शिकायतों पर ध्यान देना चाहिए। वहीं पहचान करने को लेकर एनलिटिक्स का इस्तेमाल करना होता है।
अधिकारी ने बताया कि यह एक जैसा प्रलोभन होता है। जबकि ईमानदार टेक्सपेयर्स को लेकर टैक्स अनुपालन ने ढील दिया है। टैक्स सिस्टम को लेकर न्यायसंगत बनाने के अलावा चूक करने वालों के खिलाफ ही पूरी तरह से कार्यवाई की जानी है।