नई दिल्लीः मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था. इसके बाद से बीजेपी सीएम चेहरा तय नहीं कर पाई थी. फिलहाल मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है.अब राज्य को राज्यपाल ही चलाते नजर आएंगे. हालांकि, बीजेपी के पूर्वोत्तर प्रभारी संबित पात्रा ने पार्टी के विधायकों के साथ कई दौर की बातचीत की, लेकिन सीएम फेस पर कोई नतीजा नहीं निकल सका.
मणिपुर बीजेपी में अभी भी गतिरोध बना हुआ है. कांग्रेस ने बीजेपी पर बड़े सवाल उठाए हैं. कांग्रेस विधायक थोकचोम लोकेश्वर ने संबित पात्रा के राज्य दौरे के उद्देश्य पर सवाल उठाया है.उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायकों से चर्चा कर संबित को नए सीएम की नियुक्ति में अग्रणी भूमिका निभाने की जरूरत है.
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन पर आगबबूला कांग्रेस
मणिपुर में सीएम पद पर सहमति नहीं बनने के बाद राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है. इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने बीजेपी को जमकर घेरा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करना भाजपा द्वारा मणिपुर में शासन करने में उसकी पूर्ण अक्षमता की देर से स्वीकारोक्ति है.
आगे उन्होंने कहा कि अब प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर के लिए अपनी सीधी जिम्मेदारी से इनकार नहीं कर सकते. उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री ने अंततः राज्य का दौरा करने और मणिपुर और भारत के लोगों को वहां शांति एवं सामान्य स्थिति बहाल करने की अपनी योजना समझाने का मन बना लिया है.