Milkipur By Election 2025 Exit Poll: मिल्कीपुर में चलेगी साइकिल या खिलेगा कमल! जानें कौन जीत रहा चुनाव?

Milkipur By Election 2025 Exit Poll: दिल्ली विधानसभा चुनाव (delhi assembly elections) के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचानव (Milkipur By Election 2025) भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है. इस सीट पर जहां बीजेपी (bjp) के हिंदुत्ववादी छवि दांव पर है तो दूसरी तरफ सपा (spa) की प्रतिष्ठा का सवाल है. मिल्कीपुर (milkhipur by election) में बुधवार को मतदान हुआ हैं, जहां 65 फीसदी से अधिक लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.

वोटिंग में पिछले सब रिकॉर्ड टूट गए. वोटिंग ज्यादा होने से बीजेपी में खुशी है तो दूसरी ओर सपा खैमा इसे लोगों में सत्ता विरोधी गुस्सा बता रहा है. कुछ जमीनी पत्रकारों की मानें तो ज्यादा वोटिंग होने का लाभ बीजेपी को मिलने की संभावना है. जानकार डबल इंजन की सरकार को भविष्य में विकास के लिए वोट देने का दावा कर रहे हैं. असल तस्वीर तो 8 फरवरी 2025 को ही साफ हो सकेगी.

कौन जीत रहा मिल्कीपुर?

उप चुनाव संपन्न होने के बाद सभी के मन में सवाल है कि मिल्कीपुर की जनता ने किसे अपना फैसला सुनाया है. अभी तक सभी उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद है, जिसे दो दिन बाद 8 फरवरी को खोला जाएगा. बीजेपी लोकसभा चुनाव में अयोध्या में मिली हार का बदला लेना चाहती है तो सपा अपना अभेद्य किला बचाने का दावा कर रही है.

सपा की तरफ से अयोध्या सांसद के बेटे अजीत प्रसाद चुनाव की मैदान में हैं तो बीजेपी ने चंद्रभान पासवान पर दांव चला है. मिल्कीपुर में 65.35% वोटिंग ने इशारा साफ कर दिया कि वह इस चुनाव को लेकर बहुत ही गंभीर है.

सपा को मजबूत गढ़ है मिल्कीपुर

अयोध्या की मिल्कीपुर सीट काफी दिनों से सपा का मजबूत गढ़ रही है. साल 2022 में इस सीट पर 60.23 फीसदी मतदान हुआ था. उस समय सपा, बीजेपी, बसपा और कांग्रेस उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे. सपा के अवधेश प्रसाद ने 1,03,905 वोट पाकर परचम लहराया था. इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार बाबा गोरखनाथ दूसरे नंबर पर रहे थे. उन्हें 90 हजार 567 वोट हासिल हुए थे. इस तरह अवधेश प्रसाद को 13,338 से विजय मिली थी.

कौन जीत रहा मिल्कीपुर?

मिल्कीपुर चुनाव जहां बीजेपी और आरएसएस की प्रतिष्ठा का सवाल है तो खुद योगी आदित्यनाथ के व्यक्तित्व की साख बना हुआ है. योगी आदित्यनाथ अयोध्या में 6 बार दौरा कर चुके हैं, खुद चुनाव की कमान थाने हुए हैं. बीजेपी की तरफ से दर्जनों मंत्री और करीब 40 विधायकों ने मोर्चा थामे रखा था. वोटिंग फीसदी बढ़ने के बाद बीजेपी खैमे में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.