Old Coin Sale: लोगों को कई तरह के शौक होते हैं। कुछ लोगों को पुरानी चीजों को इकट्ठा करने का शौक होता है, तो कुछ लोग चलन से बाहर हो चुके सिक्के और नोट रखते हैं। अगर आपको भी इन चीजों में दिलचस्पी है और आपके पास पुराने 1 रुपये, 2 रुपये के सिक्के, 1,2,5 रुपये के नोट हैं, तो ये आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
आप इनमें से कुछ दुर्लभ
आप इनमें से कुछ दुर्लभ, पुराने सिक्कों को ऑनलाइन बेचकर लाखों-करोड़ों कमा सकते हैं। ऐसा ही एक अनोखा एक रुपये का सिक्का भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान 1885 में जारी किया गया था। साल 2021 में नीलामी के दौरान इसकी कीमत 10 करोड़ रुपये थी।
कॉइनबाजार जैसी कई वेबसाइट
कॉइनबाजार जैसी कई वेबसाइट हैं जो पुराने और दुर्लभ सिक्कों को बेचती और खरीदती हैं। यहां यूजर अपना नाम, पता, ईमेल और फोन नंबर आदि जैसी बुनियादी जानकारी दर्ज करके खुद को रजिस्टर कर सकते हैं।
आप अपने घर की पुरानी अलमारी में भी तलाश करें, अगर आपके पास यह सिक्का है और आप भी रजिस्टर कर सकते हैं। ऐसे में वे आपसे संपर्क करेंगे और सिक्के की ज्यादा से ज्यादा कीमत लगाई जा सकती है। 1885 के सिक्कों के अलावा दूसरे सालों में खास मौकों पर बने सिक्कों की भी डिमांड रहती है। इन्हें coinbazzar.com पर चेक किया जा सकता है।
1992 से हम जिस एक रुपये के सिक्के
1992 से हम जिस एक रुपये के सिक्के का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे बनाने में भारत सरकार को उस रुपये के मूल्य से थोड़ा ज़्यादा खर्च आता है। 2018 की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह पाया गया कि एक रुपये के सिक्के के उत्पादन में लगभग 1.11 रुपये का खर्च आता है। यह सिक्के के मूल मूल्य से थोड़ा ज़्यादा है। स्टेनलेस स्टील से बने इस सिक्के का व्यास 21.93 मिमी, मोटाई 1.45 मिमी और वजन 3.76 ग्राम है।
अन्य सिक्कों के निर्माण की लागत अन्य सिक्कों के निर्माण की लागत थोड़ी कम है। उदाहरण के लिए, दो रुपये का सिक्का बनाने में 1.28 रुपये का खर्च आता है, जबकि पाँच रुपये का सिक्का बनाने में लगभग 3.69 रुपये का खर्च आता है।दस रुपये का सिक्का बनाने की लागत सिर्फ़ 5.54 रुपये है। ये सिक्के मुख्य रूप से मुंबई और हैदराबाद में भारतीय सरकार टकसाल (IGM) केंद्रों पर ढाले जाते हैं।