नई दिल्लीः बेनकाब पाकिस्तान (pakistan) के संबंध भारत से ही नहीं अफगानिस्तान से भी अस्थिर बने रहते हैं. पाकिस्तान (pakistan) दुनिया के पटल पर कश्मीर का रोना रोता है, लेकिन उसे हमेशा असफलता ही मिलती है. एक बार फिर पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में कश्मीर का मुद्दा प्रमुखता से उठाया, लेकिन उसे निराशा के अलावा कुछ नहीं मिला.
UNSC की बैठक में शामिल देशों ने पाकिस्तान को आतंकी अड्डा कराकर बताते हुए कड़ी फटकार लगाई है. इतना ही नहीं पाकिस्तान (pakistan) की कड़ी आलोचना करते हुए उसे वैश्विक आतंकवाद का केंद्र भी बताया है. पाकिस्तान (pakistan) के पीएम शहबाज शरीफ ने UNSC की बैठक में बोल रहे थे, जिन्होंने कश्मीर को लेकर भारत को घेरने की कोशिश की, लेकिन बाकी देशों ने एक भी नहीं चलने दी.
UNSC की बैठक में पाकिस्तान पीएम ने क्या कहा?
UNSC की बैठक में पाकिस्तान (pakistan) के पीएम शहबाज शरीफ ने 20 मिनट से अधिक के भाषण में कश्मीर के मुद्दे को प्रमुखता से उठाने की कोशिश की. उन्होंने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले को भारत से वापस लेने की मांग की. शहबाज शरीफ के द्वारा उठाए गए कश्मीर मुद्दे पर भारत ने भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
इतना ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी देश ने उसकी इस मांग का समर्थन नहीं किया है. UNSC की बैठक में शामिल भारत के स्थीय प्रतिनिधि राजदूत परवथानेनी हरीश ने पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का केंद्र का तगड़ा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद में शामिल है और जम्मू-कश्मीर के बारे में गलत अफवाहें फैलाने का काम कर रहा है.
दुनिया के देशों ने भी पाकिस्तान को दिखाया आईना
कश्मीर मुद्दा उठाने के लिए पाकिस्तान को एक बार फिर वैश्विक स्तर पर पटखनी लगी है. अमेरिका, ईरान, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों ने पाकिस्तान पर आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने के साथ सामान्य जीवन को खतरे में डालने का आरोप लगाया है. 2008 में ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन की एक रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान को, ईरान के बाद दूसरा सक्रिय आतंकवादी समूहों का प्रायोजक करार दिया था.
इसके साथ ही पाकिस्तान के पूर्व पीएम ने भी साल 2008 के मुंबई हमलों में अपनी भूमिका को स्वीकारा था. 2019 में, तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना था कि पाकिस्तान में 30,000-40,000 आतंकवादी सक्रिय हैं.