Railway News: जी हां, पिछले कुछ समय से भारतीय रेलवे की कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं, जो यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन रही हैं। यह देरी कई कारणों से हो सकती है, जैसे खराब मौसम, पटरियों की मरम्मत, ट्रेनों की तकनीकी खराबी, या फिर अन्य प्रशासनिक समस्याएं। इस कारण से यात्रियों को यात्रा की योजना में बदलाव और अतिरिक्त समय की जरूरत होती है, जिससे उनका समय और योजना प्रभावित होती है।
रेलवे विभाग ने यात्रियों को कम से कम असुविधा पहुंचाने के लिए विभिन्न उपाय किए हैं, जैसे ट्रेनों का समय अपडेट करना और कुछ ट्रेनें रद्द भी की जा रही हैं। हालांकि, इन परेशानियों को दूर करने के लिए रेलवे को और भी बेहतर व्यवस्थाओं की आवश्यकता है, ताकि यात्रियों का अनुभव अधिक सुगम हो सके।
अगर भारतीय रेलवे की ट्रेन निर्धारित समय से काफी देर से चल रही है, तो यात्रियों को रिफंड मिलने की संभावना होती है। लेकिन इसके लिए कुछ नियम हैं:
1. दो घंटे से ज्यादा की देरी: अगर ट्रेन दो घंटे या उससे अधिक देर से चलती है, तो यात्री अपनी यात्रा को रद्द करके पूरी टिकट की राशि का रिफंड ले सकते हैं। यह रिफंड टिकट की बुकिंग के समय के अनुसार प्रोसेस किया जाता है।
2. एक घंटे से कम देरी: अगर ट्रेन एक घंटे से कम देरी से चलती है, तो रिफंड का कोई प्रावधान नहीं है। केवल दो घंटे से अधिक की देरी पर ही रिफंड मिलता है।
3. ऑनलाइन बुकिंग पर रिफंड: अगर आपने ट्रेन टिकट ऑनलाइन बुक किया है, तो रिफंड को ऑनलाइन ही प्रोसेस किया जा सकता है। इसके लिए आपको रेलवे की वेबसाइट या एप्लिकेशन से रिफंड की प्रक्रिया पूरी करनी होती है।
4. ट्रेन रद्द होने पर रिफंड: अगर ट्रेन पूरी तरह से रद्द हो जाती है, तो यात्रियों को बिना किसी कटौती के पूरी टिकट राशि का रिफंड मिल जाता है।इन नियमों का पालन करके यात्री ट्रेन की देरी के कारण होने वाली असुविधाओं से निपटने के लिए रिफंड प्राप्त कर सकते हैं।
अगर ट्रेन तीन घंटे या उससे ज्यादा देर से चलती है, तो रेलवे के रिफंड नियम अनुसार यात्री को पूरा रिफंड मिलता है। यह रिफंड केवल तब दिया जाता है जब ट्रेन निर्धारित समय से तीन घंटे या उससे ज्यादा देर से चलती है। इस स्थिति में, यात्रा रद्द करने की जरूरत नहीं होती, और यात्री को बिना किसी कटौती के पूरी टिकट राशि वापस मिल जाती है।
रिफंड की प्रक्रिया:
1. ऑनलाइन बुकिंग: अगर आपने टिकट ऑनलाइन बुक किया है, तो रेलवे की वेबसाइट या ऐप के माध्यम से रिफंड की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
2. काउंटर बुकिंग: अगर आपने काउंटर से टिकट लिया है, तो आपको रिफंड के लिए काउंटर पर आवेदन करना होगा।
ध्यान देने वाली बातें:
रिफंड केवल मूल टिकट की कीमत पर होता है, और यात्रा के दौरान लगाए गए किसी अन्य शुल्क (जैसे सेवा शुल्क) पर रिफंड नहीं मिलता।यह नियम सिर्फ उन ट्रेनों के लिए लागू होता है जो ट्रेन के समय से तीन घंटे या उससे ज्यादा देर से चल रही हैं।