नई दिल्लीः महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाने पहुंची भीड़ में अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 17 श्रद्धालुओं की मौत गई. कई श्रद्धालु घायल हुए हैं. घायलों को स्वरूपरानी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. घटना मंगलवार देर रात डेढ़ बजे की बताई जा रही है. किसी ने झूठी अफवाह फैलाकर भगदड़ मचाने का काम किया.
पुरुष और महिलाएं तमाम लोग जमीन पर गिर गए. इससे भीड़ ने गिरे लोगों को कुचल दिया, जिससे हालात और भी ज्यादा बिगड़ गए. संगम तट पर एंबुलेंस से घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है. मेलाधिकारी विजय किरन आनंद के मुताबिक, अफवाह के कारण भगदड़ मचने की पुष्टि की है. अभी तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं.
संगम नोज घाट की घटना
मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंच रहे थे. खचाखच भरे महांकुभ में सुरक्षा-व्यवस्था के लिहाज से सरकारी तंत्र मौजूद था. लेकिन मौन अमावस्या स्नान के लिए बड़ी संख्या में नोज संगम पर श्रद्धालु इकट्ठा थे. अचानक किसी ने अफवाह फैला दी और वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई. इससे कुछ लोग नीचे गिर गए, जिनके ऊपर को बड़ी संख्या में लोग भागकर गुजरे, जिससे कई की मौके पर भी मौत हो गई. सूचना मिलते ही घटना स्थल पर प्रशासनिक टीमें पहुंचीं, जहां घायलों को एंबुलेंस से तुरंत अस्पताल भिजवाया. कई घंटे तक राहत बचाव का कार्य जारी रहा. अभी नोट संगम घाट पर प्रशासनिक टीम मौजूद है.
होनी नहीं टाल सका प्रशासन
महाकुंभ को लेकर यूपी की योगी सरकार शुरू से ही काफी एक्टिव है. किसी श्रद्धालु को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो, इसके लिए राज्य स्तर के बड़े अधिकारी भी महाकुंभ की व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं. खुद सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लेने पहुंच चुके हैं. पल-पल की अपडेट भी लेते रहे हैं, लेकिन होनी के सामने सरकारी सिस्टम भी बेदम दिखाया दिया.