नई दिल्ली: भारत में टेस्ला की एंट्री का रास्ता अब साफ़ होता जा रहा है। टेस्ला के लिए भारत में वैकेंसी का खुलना इस बात का संकेत था कि कंपनी जल्दी ही भारतीय बाजार में कदम रखने वाली है। अब CNBC-TV18 की रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ला अप्रैल 2024 में अपनी शुरुआत कर सकती है।
क्या होगा टेस्ला का पहला कदम?
टेस्ला अपनी इलेक्ट्रिक कारों को बर्लिन स्थित प्लांट से भारत में आयात करने पर विचार कर रही है। शुरुआती दौर में टेस्ला भारत में 25,000 डॉलर (लगभग 21 लाख रुपये) से कम कीमत वाली इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च कर सकती है। ये कदम उस रणनीति से मेल खाता है जिसमें कंपनी अफॉर्डेबल EVs के साथ भारतीय बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है।
हालाँकि, टेस्ला को BYD जैसी कंपनियों से चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जिन्होंने वैश्विक बाजार में टेस्ला को पछाड़ने में सफलता पाई है। BYD की लोकप्रियता टेस्ला के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है, और इस वजह से कंपनी को भारतीय बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए नई योजनाएं बनानी पड़ सकती हैं।
भारत में टेस्ला की तैयारियां
टेस्ला दिल्ली के एरोसिटी और मुंबई के BKC में अपने शोरूम खोलने के लिए जगह पर काम कर रही है। इसके साथ ही, मुंबई में कंपनी ने जॉब वैकेंसी की भी शुरुआत कर दी है, जिनमें स्टोर मैनेजर, सर्विस एडवाइजर, और सर्विस टेक्नीशियन जैसी पोस्ट शामिल हैं।
भारत में इंपोर्ट ड्यूटी में बदलाव: टेस्ला के लिए फायदेमंद?
टेस्ला के भारत में एंट्री के रास्ते में एक और बड़ी बात सामने आई है। भारतीय सरकार ने आयातित कारों पर कस्टम ड्यूटी में कटौती की योजना बनाई है। पिछले बजट में 40,000 डॉलर से ज्यादा कीमत वाली कारों पर कस्टम ड्यूटी 100% से घटाकर 70% कर दी गई है। वहीं, 40,000 डॉलर तक की कारों पर प्रभावी ड्यूटी पहले की तरह 70% ही रहेगी।
यह बदलाव टेस्ला के लिए फायदेमंद हो सकता है, खासकर जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ उच्च टैरिफ के मुद्दे पर बात की थी। इसके बाद भारत सरकार ने कुछ कारों पर शुल्क कम करने का निर्णय लिया है।
एलन मस्क और पीएम मोदी की मुलाकात
हाल ही में, एलन मस्क ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस बैठक में उन्होंने भारत में नवाचार, प्रौद्योगिकी, और स्पेस जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावना पर चर्चा की। मस्क ने ट्वीट किया, “भारत के प्रधानमंत्री से मिलकर खुशी हुई, और हम नई पहल पर चर्चा करेंगे।”
क्या मस्क भारत में मैन्युफैक्चरिंग करेंगे?
हालाँकि मस्क ने अभी तक भारत में मैन्युफैक्चरिंग के लिए कोई स्पष्ट प्रतिबद्धता नहीं जताई है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ला इस साल भारत से एक अरब डॉलर से ज्यादा का कम्पोनेंट मंगवा सकती है। अगले कुछ महीनों में यह संख्या बढ़ भी सकती है।
आखिरकार, टेस्ला के भारत में कदम रखने से क्या बदलाव आएगा?
टेस्ला का भारत में कदम रखना भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। भारत के EV बाजार की बढ़ती मांग और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सरकारी प्रोत्साहन के साथ, टेस्ला के आने से अन्य कंपनियों को भी एक नई दिशा मिल सकती है।