चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का रोमांच शुरू, लेकिन श्रीलंका-वेस्टइंडीज की गैरमौजूदगी क्यों?

नई दिल्ली: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का पहला मुकाबला कुछ ही घंटों में शुरू होने वाला है, जहां मेजबान पाकिस्तान और न्यूजीलैंड आमने-सामने होंगे। इस टूर्नामेंट में कुल 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिनमें भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान शामिल हैं।

हालांकि, कई क्रिकेट फैंस के मन में सवाल उठ रहा होगा कि श्रीलंका और वेस्टइंडीज जैसी मजबूत टीमें इस टूर्नामेंट का हिस्सा क्यों नहीं हैं? इसका कारण चैंपियंस ट्रॉफी में टीमों के चयन का नियम है।

वनडे विश्व कप के प्रदर्शन के आधार पर तय होती हैं टीमें

चैंपियंस ट्रॉफी में सिर्फ उन्हीं आठ टीमों को जगह मिलती है, जो पिछले वनडे विश्व कप में शीर्ष स्थान पर रही हों। चूंकि 2023 वनडे विश्व कप में भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल तक पहुंचे थे, इसलिए इनका चयन पक्का था। पाकिस्तान को बतौर मेजबान एंट्री मिल गई, जिससे पांच टीमें तय हो गईं।

इसके बाद, वनडे विश्व कप 2023 की अंक तालिका के आधार पर अफगानिस्तान, इंग्लैंड और बांग्लादेश को जगह मिली, क्योंकि वे छठे, सातवें और आठवें स्थान पर रहे थे।

श्रीलंका और वेस्टइंडीज क्यों नहीं खेल रहे?

श्रीलंका ने 2023 वनडे विश्व कप खेला था, लेकिन टीम टॉप-8 में जगह नहीं बना पाई और नौवें स्थान पर रही, जिससे वह टूर्नामेंट से बाहर हो गई। वहीं, वेस्टइंडीज तो वनडे विश्व कप 2023 के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाया था, इसलिए उसका भी चैंपियंस ट्रॉफी में खेलना संभव नहीं था।

इस तरह, सिर्फ शीर्ष 8 टीमों को टूर्नामेंट में शामिल किया गया है, और श्रीलंका व वेस्टइंडीज को इस बार बाहर बैठना पड़ा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि बाकी 8 टीमें ट्रॉफी के लिए किस तरह मुकाबला करती हैं।