8वें वेतन आयोग को लागू करने की हो रही तैयारी, रिटायर कर्मचारियों को इतना होगा फायदा

नई दिल्ली: केंद्र सरकार की तरफ से 8वे वेतन आयोग के गठन को लेकर ऐलान किया गया है, जो 1 जनवरी 2026 को लागू किया जाना है। इस आयोग की बात करें तो केंद्र कर्मचारियों और पेंशनधारकों का वेतन के अलावा पेंशन में संशोधन होना है। इसके अलावा नई यूनिफाइड पेंशन स्कीम के लिए 1 अप्रैल से लागू होने की उम्मीद है। इन योजनाओं का एक दूसरे पर काफी असर पड़ने वाला है, जिससे लाखों कर्मचारियों को फायदा मिलने वाला है।

यूनिफाइड पेंशन स्कीम के बारे में जानें

यूनिफाइड पेंशन स्कीम को लेकर ओल्ड पेंशन स्कीम और न्यू पेंशन स्कीम की विशेषताओं को मिलाने के बाद बनाया जा चुका है। इस योजना के अनुसार रिटायरमेंट के साथ ही कर्मचारियों को आखरी के 12 महीनों की बेसिक सैलरी का 50 फीसदी पेंशन के तौर पर दिया जाना है। उन्होंने न्यून्तम 25 साल तक सेवा दी हो। अगर कर्मचारियो ने न केवल 10 साल तक सेवा दिया हो, तो उनको कम से कम 10,000 रूपये हर महीने पेंशन के तौर पर दिया जाएगा। इसके अलावा कर्मचारी की मृत्य हो जाती है तो उनको परिवार को पेंशन का 60 फीसदी हिस्सा मिल जाता है।

8वे वेतन आयोग का पड़ रहा है असर

8वे वेतन आयोग का गठन होने की वजह से कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए अहम कदम माना जाता है। ये लागू होने के साथ पेंशन में 25 से 30 फीसदी की बढ़त होने की उम्मीद है। वर्तमान में बात करें तो पेंशन 9,000 है तो 22,500 से 25,000 रूपये तक पहुंच सकती है। इसके अलावा फिटमेंट फैक्टर में भी बढ़त हो जाएगी। इससे वेतन के अलावा पेंशन में काफी बढ़त हो जाएगी।

एक्सपर्ट द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक फिटमेंट फैक्टर 2.57 से बढ़ने के बाद 2.86 तक पहुंच जाएगा। इसकी मदद से सरकारी कर्मचारियों में वेतन और पेंशन दोनों में 186 फीसदी की बढ़त होने की उम्मीद है। इस बदलाव से न केवल कर्मचारियों का जीवन स्तर में सुधार होगा बल्कि अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ने वाला है।

किन लोगों को दिया जाएगा फायदा

इस योजना का फायदा की बात करें तो 1.2 करोड़ और पेंशनर्स को मिलने वाला है। वहीं कर्मचारी और परिवार भी उनके इस बदलाव के बाद सीधे तौर पर प्रभावित हो जाएंगे। यूपीएस के अलावा 8वे वेतन आयोग वाली योजनाओं की मदद से सरकार कर्मचारियों को वित्तीय सहायता देने में अहम भूमिका निभाएगी।