नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बैंक ने बड़ी कार्यवाई कर दी है। आरबीआई ने बैंक का नया लोन जारी करने से पहले रोक लगाया गया। इसके अलावा बैंक के ग्राहकों का पैसा निकालने पर रोक लगने वाली है। रिजर्व बैंक की ओर से बताया गया कि मौजूदा पर्यवेक्षी चिंताओं को लेकर बैंक पर प्रतिबंध लगाया है। अगले आदेश तक की बात करें तो बैंक लोन जारी नहीं करेगा। इसमें ग्राहक भी पैसा नहीं निकाल सकते हैं।
ग्राहकों की बढ़ गई चिंता
आरबीई द्वारा जिस बैंक के खिलाफ कार्यवाई की गई, वो इंडिया को-ओपरेटिव बैंक के तौर पर जाना जाता है। बैंक की तरफ से कोई नया लोन भी जारी नहीं किया जाएगा। इसके लिए कोई पेमेंट की भी अनुमति नहीं रहेगी। इसके अलावा बैंक को अपनी संपत्ति बेचने की अनुमति भी नहीं मिली है। आरबीआई की कार्यवाई से ग्राहकों की पूरी तरह से चिंता बढ़ रही है क्योंकि वह बैंक में जमा हुए पैसे को नहीं निकाल सकते हैं।
छह महीने तक रहेगी लागू
केंद्रीय बैंक की ओर से जारी हुई जानकारी के मुताबिक ये निर्देश 13 फरवरी को 2025 को कारोबार बन्द होने के साथ ही छह महीने की अवधि को लेकर लागू होना है और समीक्षा के अधीन रहता है। बैंक के ग्राहकों के लिए अब जमा हुई योजना के मुताबिक दावा प्रस्तुत करने वाला है। वहीं पात्र जमाकर्ता द्वारा 5 लाख रूपये तक सबमिट करने वाले हैं। मार्च 2024 तक इस सहकारी बैंक के साथ 2436 करोड़ जमा किए थे।
अब आगे क्या बनेगी योजना
आरबीआई ने बताया है कि बैंक की मौजूदा नकदी स्थिति को देखकर निर्देश दिया है कि वह जमाकर्ता के बचत बैंक, चालू खाते या फिर किसी दूसरे खाते में भी किसी भी राशि की निकासी को लेकर अनुमति नहीं दे। इसके अलावा उसके नए लोन को जारी करने के अलावा संपत्ति को सेल करने पर रोक लगी रहेगी। आरबीआई बैंक की स्थिति में निगरानी करने वाला है।