PPF-NSC पर ब्याज दर में होगी कमी, गिरावट से मिलेगा फायदा

नई दिल्ली: स्टाॅक मार्केट में अंतर आने की वजह से निवेश के विकल्प के तौर पर पब्लिक प्रोविडेंट फंड, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी बचत योजनाओं का विकल्प बन रहा है। वहीं अगले साल 2026 में निवेशकों को झटका लगने की काफी उम्मीद लगाई जा रही है। केंद्रीय बैंक की तरफ से बेंचमार्क पाॅलिसी रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कमी हुई है। वहीं इस दौरान छोटी बचत योजनाओं में कटौती होने की पूरी उम्मीद है।

वित्त मंत्रालय द्वारा 2025 तिमाही को लेकर 31 दिसंबर को ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाना है। लगातार चौथी तिमाही में इसको लेकर कोई परिवर्तन नहीं किया गया। केंद्र सरकार द्वारा हर साल इनको जारी किया जाता है। ये समान सेक्योरिटी में गर्वमेन्ट सेक्योरिटी वाली मार्केट से तय हो जाता है। लेकिन कुछ समय के दौरान छोटी बचत योजनाओं को लेकर ब्याज दर और सरकारी सेक्योरिटी को लेकर यील्ड के बीच का लिंक कमजोर लग रहा है।

ब्याज योजनाओं की ब्याज दरें हुई जारी

सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना आपको 8.2 फीसदी का ब्याज मिलने लगता है। तीन साल वाले टर्म डिपाॅजिट में आपको 7.1 फीसदी का ब्याज दर और पोस्ट आफिस सेविंग स्कीम पर आपको 4 फीसदी का लाभ होता है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और मंथली स्कीम पर आपको 7.4 फीसदी के अलावा सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम पर आपको 8.2 फीसदी का ब्याज दर मिलने लगता है।

नई दरें जल्द होगी जारी

सीनियर अधिकारी ने कहा कि रेपो रेट में कटौती के बाद लिक्विडिटी बढ़ सकती है। वहीं एफडी की ब्याज दर में कमी हो सकती है। उन्होंने बताया कि अभी छोटी स्माॅल सेविंग पर निवेशकों को ज्यादा ब्याज आसानी से मिलने लगता है। उन्होंने छोटी बचत योजनाओं में कटौती की बात कही है। इन ब्याज दरों का रिव्यू किया जाना है और इसका ऐलान 1 अप्रैल से पहले होने की पूरी संभावना जताई जा रही है।