नई दिल्ली: आज के दौर में पढ़े लिखे लोग भी काफी हद तक खेती करने में रूची दिखा रहे हैं। अगर आप खेती की मदद से बेहतर कमाई करने की योजना बना रहे हैं तो हम आपको प्रोडक्ट के बारे में जानकारी देने वाले हैं। इसकी मदद से साल भर के दौरान डिमांड काफी बढ़ना शुरू हो जाती है। हम आपको जीरा की खेती के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
जीरा के उत्पादन से मिलेगा फायदा
भारत के बहुत सारे रसोई घरों में जीरा काफी ज्यादा पाया जाता है। जीरे में औषधी गुण मौजूद रहते हैं। इसकी वजह से इसकी डिमांड काफी ज्यादा हो गई है। जीरा का पौधा की बात करें तो इसको मिट्टी में उगाया जा रहा है। जीरा की फसल को पकने में लगभग 110-115 दिनों का समय लगने लगता है।
पौधे की ऊंचाई देखा जाए तो 15 से 20 सेमी तक की होती है। वहीं इसको कारोबार के तौर पर काफी बेहतर समझा जाता है। भारत में जीता अक्टूबर से लेकर नवंबर तक पाना होता है। ताजा फसल की बात करें तो ये बाजार में पहुंच रही है।
जीरे की खेती करनी है तो इसके लिए दोमट मिट्टी एक बेहतर विकल्प होता है। इस तरह की मिट्टी में आपको जीरे की खेती को आसानी से कर सकते हैं। बुआई के पहले ये बात अहम है कि खेत की तैयारी बेहतर तरीके से करनी चाहिए। इस खेत में जीरे की बुआई की खेती कर रही है, उसको खेत से साफ करना जरूरी होता है।
जीरा में होती है कई वेराइटी
जीरे की बेहतर किस्मों मेंं तीन वेरायटी का नाम शामिल है। वहीं माना जाता है कि इन किस्मो की उपज 510 से 530 किलोग्राम बताया गया है। इन किस्मों की उगाने से बेहतर कमाई होती है।
जीरा से हो रही शानदार कमाई
देश में लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा जीरा राजस्थान और गुजरात में उगाते हैं। राजस्थान में देश का पूरा उत्पादन का 28 फीसदी उत्पादन करते हैं। अब उपज और कमाई की बात करें तो उपज 7-8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के आसपास होने लगती है।