नई दिल्ली: वर्ल्ड कप 2023 के बाद, भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए एक नई उम्मीद जगी है। चूंकि अब तक भारत के कुछ प्रमुख खिलाड़ी वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी करने के लिए तैयार हैं, तो यह सीरीज खास बन जाती है। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी, जो वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में खेले थे, अब आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज के लिए मैदान पर वापस आ रहे हैं। यह सीरीज उन खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण है जो वर्ल्ड कप के बाद से वनडे मैचों में नहीं खेले हैं।
भारत की टीम में ऐसे चार प्रमुख खिलाड़ी हैं जिन्होंने वर्ल्ड कप 2023 के बाद से वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, रविंद्र जडेजा, और हार्दिक पांड्या उन चार खिलाड़ियों में शामिल हैं जिनकी वापसी इस सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी में देखने को मिलेगी। इन खिलाड़ियों का इस समय तक वनडे मैच नहीं खेलना भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा मुद्दा था, लेकिन अब उनके खेल के मैदान में वापस लौटने से भारतीय टीम को मजबूती मिल सकती है।
जसप्रीत बुमराह ने वर्ल्ड कप फाइनल में अपनी शानदार गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया था, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए वह उपलब्ध होंगे। हालांकि, इंग्लैंड के खिलाफ 6 फरवरी से होने वाली वनडे सीरीज में वह हिस्सा नहीं लेंगे। बुमराह की फिटनेस टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और उम्मीद की जा रही है कि वह चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया की गेंदबाजी को धार देंगे।
मोहम्मद शमी भी बुमराह की तरह वर्ल्ड कप फाइनल के बाद से वनडे क्रिकेट नहीं खेले थे, लेकिन वह इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज का हिस्सा हैं। उनकी वापसी टीम के तेज गेंदबाजी अटैक को और मजबूत करेगी। शमी की गेंदबाजी में जो अनुभव और ताकत है, वह चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए कारगर साबित हो सकता है।
रविंद्र जडेजा भी वर्ल्ड कप के बाद से वनडे क्रिकेट में नहीं खेले हैं। लेकिन उनकी ऑलराउंड क्षमता से कोई भी इंकार नहीं कर सकता। जडेजा भारत के लिए मिडलऑर्डर में एक मजबूत विकल्प बन सकते हैं और साथ ही उनकी गेंदबाजी स्किल्स से विरोधी टीमों को मुश्किल में डाला जा सकता है।
हार्दिक पांड्या वर्ल्ड कप के दौरान चोटिल हो गए थे, जिसके बाद से वह वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं खेल पाए थे। लेकिन अब वह पूरी तरह फिट होकर इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए दिखाई देंगे। पांड्या की बैटिंग और बॉलिंग दोनों ही अहम हो सकती है। वह मिडलऑर्डर में बल्ले से दम दिखा सकते हैं और गेंदबाजी से भी अहम भूमिका निभा सकते हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ 6 फरवरी से शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस सीरीज के दौरान भारतीय टीम को अपनी तैयारी को परखने का मौका मिलेगा, खासकर उन खिलाड़ियों के लिए जो लंबे समय से वनडे क्रिकेट में नहीं खेल रहे थे।
पहला मैच: 6 फरवरी को नागपुर में खेला जाएगा,
दूसरा मैच: 9 फरवरी को कटक के बाराबती स्टेडियम में होगा,
तीसरा मैच: 12 फरवरी को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा।
यह सीरीज भारत के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह इंग्लैंड के खिलाफ वनडे इंटरनेशनल मैचों की सीरीज होगी, और यह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की तैयारी का हिस्सा होगी।
चाहे जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी खिलाड़ी हों, या फिर हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा जैसे ऑलराउंडर, भारत की टीम में एक नया चेहरा भी है – यशस्वी जायसवाल। यशस्वी ने अभी तक वनडे इंटरनेशनल डेब्यू नहीं किया है, लेकिन उन्हें भारत की टीम में शामिल किया गया है। यह एक संकेत है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड भविष्य के लिए अच्छे खिलाड़ियों की तलाश कर रहा है। यशस्वी जायसवाल का प्रदर्शन भारत के लिए आगामी दिनों में बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है, और वह वनडे क्रिकेट में अपने शानदार खेल से टीम को फायदा पहुँचा सकते हैं।