ट्रांजैक्शन फेल होने पर मिलेगा शानदार रिफंड, यूपीआई को जुड़े ये नियम जानें

नई दिल्ली: आज के दौर में बड़े माॅल से लेकर ठेले वाले तक यूपीआई का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। आज के दौर में यूपीआई पेमेंट करना लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। वहीं अब यूपाआई पेमेंट को लेकर जानकारी मिली है। अब यूपीआई के ऊपर ट्रांजैक्शन फेल होना या फिर पैसा अटकने को लेकर कई दिनों तक इंतजार नहीं करना पड़ता है। इसमें आपको फटाफट मिल जाता है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान नियम ने अभी तक चार्जबैक अनुरोधों को लेकर अस्वीकृति प्रक्रिया को आटोमेटेड किया गया है।

किसी यूपीआई ट्रांजैक्शन में समस्या होती है, जैसे फिर पैसा अटक जाना तो आपको रिफंड के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना होता है। अगर आपका यूपीआई ट्रांजैक्शन फेल होता है या फिर रिफंड नहीं मिला है तो आपको फिर चार्जबैक रिक्वेस्ट करने की प्रक्रिया में आपको लंबा इंतजार नहीं करना होता है। आपके बैंक की तरफ से रिक्वस्ट को तेजी से निपटाना होता है। क्योंकि ये प्रक्रिया आटोमेटेड रहती है। इसमे रिफंड का प्रोसेस भी काफी फास्ट होता है।

नई आटोमेटेड चार्जबैक प्रक्रिया 15 फरवरी को लागू होने वाली है। इसमें यूपीआई ट्रांजैक्शन के उद्देश्य से बनाया गया है। नए प्रोसेस में चार्जबैक प्रक्रिया से आपको ज्यादा सहूलियत मिलने लगती है।

क्या होती है चार्जबैक प्रक्रिया

चार्जबैक प्रक्रिया तब शुरू हो जाती है जब कोई तकनीकी समस्या होती है। या फिर डिलीवरी ना होने की स्थिति बनी रहती है। इंटरनेट की समस्या मतलब एक ही ट्रांजैक्शन का कई बार डिडक्ट होना या फिर फ्राॅड होने के बाद आपके पैसा वापसी का प्रोसेस शुरू होने लगता है।

चार्जबैक और रिफंड में क्या है अंतर

चार्जबैक और रिफंड दोनों में भुगतान को वापस कर दिया जाता है। लेकिन इसमें बड़ा अंतर शामिल रहता है। इसमें बिजनेसे आपको वापसी का आवेदन करना पड़ता है।

ग्राहक को बैंक से आवेदन करना पड़ता है। कि ट्रांजैक्शन की प्रक्रिया सही हो।

नए नियमों में चार्जबैक की प्रक्रिया में तेजी होने लगती है। इसको पारदर्शी बनाया जा सकता है। इससे उपभोक्ताओं को अधिक परेशानी नहीं होती है।