गुजरात के सूरत में नकल का एक हाईटेक तरीका सामने आया है. सूरत में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षा में चैट जीपीटी के जरिए नकल कराने का खुलासा हुआ है। परीक्षा में चैट जीपीटी से नकल करने पर दो छात्रों पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है। यह घटना शुक्रवार को सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के दौरान सूरत में हुई. इस मामले के बाद दोनों परीक्षा केंद्रों पर सख्ती बढ़ा दी गई है।
हाय राम ChatGPT से नकल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चैटजीपीटी के जरिए दो छात्र नकल करते हुए पकड़े गए। शुक्रवार को 12वीं कक्षा के ये दोनों छात्र चैटजीपीटी नामक एआई एप्लिकेशन के साथ भौतिकी परीक्षा में उत्तर लिख रहे थे। दोनों छात्रों को नये नियमों के तहत सजा दी गयी है. इसके तहत वे 2025-26 और अगले साल 2026-27 की बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे. एक छात्र को लस्काना के स्वामीनारायण मिशन स्कूल में पकड़ा गया, जबकि दूसरे को पिपलोद के माहेश्वरी विद्यापीठ स्कूल में पकड़ा गया. ये दोनों स्कूल सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के केंद्र हैं।
पर्यवेक्षक ने बताई पूरी कहानी
पर्यवेक्षक के मुताबिक, दोनों छात्र अपने अंडरवियर में मोबाइल फोन छिपाकर लाए थे। वह बीच-बीच में वॉशरूम में जाकर चैटजीपीटी पर जवाब ढूंढ रहा था। फिर वो क्लास में पेपर के नीचे मोबाइल रखकर उत्तर लिख रहा था। लेकिन अचानक सुपरवाइजर की नजर उस दौरान उन बच्चों पर पड़ी जब वह नकल कर रहे थे. मोबाइल और चैट जीपीटी की मदद से नकल कराने के खुलासे के बाद परीक्षा केंद्र पर सख्ती बढ़ा दी गई है।
ChatGPT क्या है?
CHAT GPT को CHAT जेनरेटिव प्रीट्रेन्ड ट्रांसफार्मर कहा जाता है। इसे 30 नवंबर 2022 को लॉन्च किया गया था। इसे ओपन एआई द्वारा विकसित किया गया है। चैट जीपीटी एक तरह का चैट बॉट है, जो सवाल पूछने पर एक सहायक की तरह आपको आसान जवाब देता है। यह एक प्रकार का एक्सपर्ट भी है जिसके पास उत्कृष्ट संचार कौशल है, लेकिन यह कोई इंसान नहीं है, बल्कि यह एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जो आपके सवालों के जवाब देने के लिए पहले से तैयार डेटा और जानकारी का उपयोग करता है।