नई दिल्ली: अपनी सभ्यता और पिरामिडों के लिए मशहूर मिस्र (Egypt) एक बार फिर सुर्खियों में है। यहां पुरातत्वविदों ने एक ऐसा मकबरा खोजा है जो 15वीं शताब्दी ईसा पूर्व यानी करीब 3600 साल पुराना है। पुरातत्वविदों ने यह मकबरा किस शासक का है, इस बारे में भी दिलचस्प खुलासा किया है। थुतमोस द्वितीय 18वें मिस्र राजवंश का चौथा शासक था। उसने 15वीं शताब्दी ईसा पूर्व में मिस्र पर करीब 10 साल तक शासन किया। थुतमोस के बारे में कहा जाता है कि उसने अपनी सौतेली बहन से शादी की थी। बाद के सालों में इसकी वजह से उसकी प्रसिद्धि कम हो गई।
सौतेली बहन हत्शेपसुत से शादी कर ली
थुतमोस द्वितीय महान फिरौन थुतमोस प्रथम और उसकी छोटी पत्नी मुटनोफ्रेट का बेटा था। जब थुतमोस द्वितीय ने उसे अपना उत्तराधिकारी घोषित किया तो उसे एक तरकीब सूझी। उसने अपनी सौतेली बहन हत्शेपसुत से शादी कर ली। थुतमोस द्वितीय का मानना था कि इससे राजवंश मजबूत होगा और विद्रोह कुंद हो जाएगा। अपने शासनकाल में थुतमोस ने अपने पिता की तरह ही दक्षिण मिस्र में सैन्य नीति लागू की। हालांकि, बीमारी के कारण जल्द ही उनकी मृत्यु हो गई। थुतमोस द्वितीय की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी हत्शेपसुत ने सत्ता की बागडोर संभाली।
थुतमोस के बारे में लिखा गया था
हत्शेपसुत मिस्र की सबसे सफल शासक थी। इतिहासकारों ने उसकी प्रसिद्धि के बारे में बहुत कुछ लिखा और पढ़ा है। कहा जाता है कि हत्शेपसुत की वजह से थुतमोस की प्रसिद्धि लोगों तक नहीं पहुंच पाई। 100 साल बाद पुरातत्वविदों को मिस्र में एक मकबरा मिला है, जो ईसा पूर्व का है। इस मकबरे के जरिए पुरातत्वविद उस समय की जीवनशैली के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं।
जो मकबरा मिला है, वह मिस्र के लक्सर के पश्चिमी इलाके में माउंट थेब्स पर स्थित है। पुरातत्वविदों का कहना है कि थुतमोस द्वितीय को दफनाए जाने के समय मकबरे के अंदर अलबास्टर जार (प्राचीन पत्थर के बर्तन) के टुकड़े रखे गए थे। इसी पत्थर पर थुतमोस के बारे में लिखा गया था।
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