नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अखोरा खट्टक में दारुल उलूम हक्कानिया मदरसा में शुक्रवार की नमाज के दौरान आत्मघाती विस्फोट हुआ, जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इस हमले में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-सामी (JUI-S) के प्रमुख मौलाना हमीदुल हक हक्कानी की भी मौत हो गई। वह JUI-S के पूर्व प्रमुख और “तालिबान के जनक” मौलाना समीउल हक हक्कानी के बेटे थे।
स्पताल पहुंचाया गया
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मौलाना हमीदुल हक हक्कानी नमाज के दौरान मस्जिद की पहली पंक्ति में मौजूद थे, जिससे पता चलता है कि इस हमले का मुख्य निशाना वही थे। विस्फोट के तुरंत बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) जुल्फिकार हमीद ने पुष्टि की कि यह आत्मघाती हमला था और इसका निशाना मौलाना हमीदुल हक थे।
#Pakistan : Suicide blast during Friday prayers at Darul Uloom Haqqania, Akora Khattak. JUI-S chief Maulana Hamid-ul-Haq among the injured. Over 10 casualties reported. This madrassa is significant as it has produced top Taliban leaders, including Mullah Omar and Sirajuddin… pic.twitter.com/sc0Mfe524g
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) February 28, 2025
मामले की जांच कर रही
वहीं उन्होंने स्थानीय मीडिया को बताया कि सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं और विस्फोट के पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है। दारुल उलूम हक्कानिया मदरसा कट्टरपंथी इस्लामी विचारधारा के लिए कुख्यात है और इसे तालिबान नेताओं की शिक्षा का मुख्य केंद्र माना जाता है। इस हमले के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
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