नई दिल्ली: पाकिस्तान के आतंकियों (Terrorists) के लिए सोमवार किसी मौत के दिन से कम नहीं है। अब तो ऐसा लग रहा है कि सोमवार आते ही आतंकी कांपने लगते हैं और अपने लिए सुरक्षित ठिकाना तलाशने लगते हैं। पाकिस्तानी सेना के लिए सोमवार शिकार का दिन बन गया है और सोमवार आते ही वह नापाक इरादों वाले आतंकियों का शिकार कर रही है।
ढूंढकर मार डाला गया
सोमवार को सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में खुफिया जानकारी के आधार पर एक ऑपरेशन में 10 मछुआरों को मार गिराया। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के एक बयान के अनुसार, मछुआरों की हत्या की गुप्त सूचना मिलने के बाद रविवार रात से सोमवार सुबह के बीच बाग इलाके में एक ऑपरेशन चलाया गया और मछुआरों को ढूंढकर मार डाला गया।
30 मछुआरों को मार गिराया
यह सोमवार की बात है, सिर्फ सोमवार को ही पाक सेना अपने सबसे अच्छे मूड में नहीं होती। पिछले सोमवार को पाक सेना ने इससे भी बड़ा ऑपरेशन चलाया। पिछले सोमवार को पाक सेना को पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी प्रांत पख्तूनख्वा में बड़ी कामयाबी मिली। जहां उन्होंने खुफिया जानकारी के आधार पर एक ऑपरेशन चलाते हुए 30 मछुआरों को मार गिराया।
295 हमले दर्ज किए गए
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा 2022 में सरकार के साथ संघर्ष विराम समाप्त करने के बाद से पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में। इस्लामाबाद स्थित थिंक-टैंक पाक इंस्टीट्यूट फॉर पीस स्टडीज की हालिया सुरक्षा रिपोर्ट में आतंकवादी हमलों में तेजी पाई गई है, जो 2014 के स्तर तक पहुंच सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 में 95 प्रतिशत आतंकवादी हमले इन दो प्रांतों में केंद्रित थे। खैबर पख्तूनख्वा में सबसे अधिक 295 हमले दर्ज किए गए।
गठबंधन बनाना शुरू कर दिया
इस बीच, बलूच विद्रोही समूहों, विशेष रूप से बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी द्वारा हमलों में 119 प्रतिशत की वृद्धि हुई और बलूचिस्तान में 171 घटनाएं दर्ज की गईं। पाक सेना के ऑपरेशन से डरकर आतंकियों ने अब गठबंधन बनाना शुरू कर दिया है। जिसके बाद वे अन्य आतंकी संगठनों के साथ मिलकर अपने हमलों को अंजाम देने की फिराक में हैं। पेशावर के रहने वाले कमांडर मुफ्ती मुजम्मिल के नेतृत्व वाले आतंकी समूह ने हाफिज गुल बहादुर (एचजीबी) समूह के साथ विलय कर लिया है।
चुनौती खड़ी हो गई
सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और उत्तरी वजीरिस्तान में सक्रिय आतंकी समूहों में हाल के दिनों में कई अहम बदलाव हुए हैं। कमांडर मुफ्ती मुजम्मिल के आतंकी समूह ने हाफिज गुल बहादुर के नेतृत्व वाले समूह के साथ हाथ मिला लिया है। जिससे पाक सेना के लिए चुनौती खड़ी हो गई है।
ये भी पढ़ें: Owaisi: यह शख्स निकला गुलाम, हुआ पर्दाफाश, 15 मिनट वाली कही बात, देश मचेगा हाहाकार!