नई दिल्ली: रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर रही है. टीम को अब सेमीफाइनल में रविवार को दुबई क्रिकेट स्टेडियम में मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम से भिड़ना है, जो कई खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी के बावजूद मजबूती से खेल रही है. भारत ने ग्रुप स्टेज के अपने तीनों मैच जीते हैं, जो उसके दबदबे को दर्शाता है. दोनों टीमें ऐसी हैं जो आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में अच्छा प्रदर्शन करती हैं। सेमीफाइनल मुकाबले की बात करें तो यहां भी भारत का पलड़ा भारी है.
27 साल का रिकॉर्ड बरकरार
टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी में अपना शानदार प्रदर्शन बरकरार रखते हुए पिछले 27 साल में एक भी सेमीफाइनल मैच नहीं हारा है. यह रिकॉर्ड टीम के दबदबे को दर्शाता है. इस दौरान सौरव गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली ने टीम की कमान संभाली और हर बार सेमीफाइनल की चुनौती को सफलतापूर्वक पार किया. टीम के इस प्रदर्शन के बाद फैंस को उम्मीद है कि टीम एक बार फिर अपनी परंपरा कायम रखेगी और सेमीफाइनल की बाधा पार करने में सफल रहेगी.
India hasn’t lost a Champions Trophy Semi-Final in the last 27 years
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— Johns. (@CricCrazyJohns) March 3, 2025
दो बार चैम्पियन बनी है टीम इंडिया
1998 में शुरू हुई चैंपियंस ट्रॉफी को टीम इंडिया अब तक दो बार जीतने में सफल रही है. पहले इस टूर्नामेंट को ‘आईसीसी नॉकआउट’ के नाम से जाना जाता था. 2000 में केन्या में आयोजित टूर्नामेंट में भारत फाइनल में पहुंचा था। हालांकि, टीम अंतिम बाधा पार नहीं कर सकी और करीबी मुकाबले में न्यूजीलैंड से हार गई। टीम को पहली बार चैंपियन बनने का मौका साल 2002 में मिला, जहां बारिश के कारण भारत और श्रीलंका संयुक्त विजेता बने.
टीम इंडिया ने रचा इतिहास
साल 2013 में टीम को दोबारा ये ट्रॉफी जीतने का मौका मिला, जहां धोनी के नेतृत्व में भारत ने फाइनल में मेजबान इंग्लैंड को हराया. यह टूर्नामेंट भारत के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा के लिए यादगार रहा, क्योंकि इस टूर्नामेंट से उन्हें कप्तान धोनी से ओपनिंग की जिम्मेदारी मिली और उनके फैसले ने ‘हिटमैन’ की किस्मत बदल दी।