Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार की सियासत काफी गरमा चुकी है। आज बिहार कैबिनेट का विस्तार होना है जिसमें कई नए चेहरे मंत्री पद का शपथ लेंगे। इसी कड़ी में बिहार बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे को लेकर विपक्ष लगातार उन्हें घेर रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर बुधवार (26 फरवरी) को दिलीप जायसवाल के इस्तीफे का लेटर पोस्ट किया है। साथ ही लिखा है, “ये बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। अभी मंत्री भी थे। आगे लिखा, “विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष और मंत्री को दो लाइन का त्यागपत्र भी नहीं लिखना आता है. बिहार तक भी सही नहीं लिखा है जनाब ने? ये मेडिकल कॉलेज के मालिक भी हैं। पत्र में अशुद्धियां गिनाइए। आरजेडी की तरफ से जो लेटर शेयर किया गया है कि उसमें बिहार की जगह ‘विहार’, सूचित को ‘सुचित’, इस्तीफा को ‘इस्तिफा’ लिखा गया है।

दिलीप जायसवाल ने क्या बताई इस्तीफे की वजह?
बता दें कि बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के पास बिहार सरकार में राजस्व और भूमि सुधार विभाग के मंत्री का पद भी था। इस्तीफा देने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति एक पद बीजेपी का ये सिद्धांत है और मैं अपने आपको सौभाग्यशाली मानता हूं कि केंद्रीय नेतृत्व, पूरे बीजेपी का कि मुझ पर विश्वास रखती है, इसलिए मैं आज इस्तीफा दे रहा हूं। मंत्रिमंडल का जो ये विस्तार है वो मुख्यमंत्री का विशेष क्षेत्राधिकार होता है तो वहीं से पता चलेगा। बता दें कि दिलीप जायसवाल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर काम करते रहेंगे।
दिलीप जायसवाल के इस्तीफे पर क्या बोली JDU?
दिलीप जायसवाल के मंत्री पद से इस्तीफे पर जेडीयू ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है । जेडीयू के नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बीजेपी सैद्धांतिक तौर पर फैसला ले चुकी है कि एक व्यक्ति एक ही पद पर आसीन हो सकता है। पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर अब वे आगे अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे। अभी बीजेपी के नियम के अनुसार इन्होंने एक पद से त्याग दे दिया है।