Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की सियासत में कई रंग देखने को मिले। आरोप– प्रत्यारोप, गाली– गलौज, एक दूसरे पर पलटवार, कटाक्ष, तंज यहां तक कि विधानसभा बजट सत्र में आपसी बहस, आरजेडी विधायकों का बजट विरोध करने अनोखा ढंग, झुनझुना, लॉलीपॉप, गंगाजल सब देखने को मिला। आज बिहार विधानसभा परिषद में बिहार आरजेडी विधायकों ने सरकार को डोमिसाइल नीति लागू किए जानें को लेकर घेरा, और जमकर विरोध किया। तो वहीं केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बयान पर करारा पलटवार करते हुए कहा कि ”जब लालू यादव 1990 में मुख्यमंत्री बने थे तो वो कुछ नहीं थे। वो तो नीतीश कुमार ने रात-रातभर प्रचार करके लालू को मुख्यमंत्री बनाया । एक विधायक भी लालू यादव को पसंद नहीं कर रहा था, वे खुद प्रस्तावक थे और शिवशंकर मास्टर विधायक सिर्फ उनके समर्थक थे।

तेजस्वी यादव को गंभीरता से लेने की जरुरत नहीं, उन्हें बस बोलना आता है – केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि बजट बढ़िया हैं, तेजस्वी ने दिमाग नहीं है। जो आज तक कुछ नहीं किए, अब क्या करेंगे? अब उनके पास सिर्फ बोलना बचा है, वो बोल रहे हैं। उन्हें बोलने दिजिए। तेजस्वी के बोलने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।तेजस्वी यादव को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। तेजस्वी यादव का सपना मुख्यमंत्री बनना है। सपना देखना बुरी बात नहीं, लेकिन बिहार की जनता ने उनके माता-पिता के 15 साल के शासन को देखा है, जहां शासन व्यवस्था नाम की चीज़ नहीं थी। लालू प्रसाद यादव जी ने 15 साल राज किया और चारा घोटाले में जेल जाने की नौबत आने पर अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया और अब अपने पुत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। पार्टी परिवार तक ही सीमित रही—पति, पत्नी और पुत्र।
बीजेपी ने भी तेजस्वी यादव पर किया पलटवार
बिहार बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्रा ने भी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बयान पर निशाना साधा । उन्होंने कहा, “9वीं फेल व्यक्ति जब ओल्ड और न्यू मॉडल की बात करता है तो बड़ी हंसी आती है। तेजस्वी यादव को मालूम होना चाहिए कि आपके पिता ने कितने रिटायर्ड अधिकारियों को एक्सटेंशन दिया था, अपने इर्द-गिर्द रखा था वो दिन भूल गए क्या? उन्होंने कहा कि युवा चौपाल में तेजस्वी यादव आखिर कौन सा संदेश देना चाहते हैं कि हम आएंगे जंगलराज लाएंगे। इसके बाद बिहार की सियासत काफी गरमा गई है।