PM Modi: नीतीश से करेंगे मुलाकात, विपक्ष की बढ़ सकती है धड़कने, क्या है पीछे की वजह?

पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) सोमवार (24 फरवरी) को भागलपुर के हवाई अड्डा मैदान से देश के किसानों को किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त देंगे। एक तरफ जहां एनडीए के नेता लगातार कार्यक्रम की तैयारी में जुटे हैं, वहीं दूसरी तरफ सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि एक बार फिर पीएम मोदी और सीएम नीतीश एक साथ मंच पर होंगे। जानकारी के मुताबिक, किसानों को सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री जब भागलपुर पहुंचेंगे तो उनका स्वागत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे।

बिहार की सियासी निगाहें टिकी हैं

बिहार की राजनीति में तमाम कयासों और अटकलों के बीच यह तस्वीर बेहद खास होने वाली है, जब देश और प्रदेश की राजनीति के ये दोनों दिग्गज एक मंच पर होंगे और बिहार में एनडीए की एकता का संदेश देंगे। जब मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के साथ मंच पर एक साथ बैठेंगे तो जाहिर तौर पर बातचीत भी होगी। ये बातचीत क्या होगी, इस पर बिहार की सियासी निगाहें टिकी हैं।

महागठबंधन में शामिल होंगे

यह मुलाकात इस समय इसलिए भी अहम हो जाती है, क्योंकि विरोधी नीतीश कुमार को लेकर कई तरह की बातें कह रहे हैं। खासकर तब जब नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के चलते दिल्ली में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए थे। ऐसे में राजद के वरिष्ठ नेता और विधायक भाई वीरेंद्र ने बयान दिया था कि बहुत जल्द नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल होंगे।

इसका खंडन किया था

प्रगति यात्रा के आखिरी दिन समीक्षा बैठक में नीतीश कुमार ने इसका खंडन किया था और कहा था कि अब वह कहीं नहीं जाएंगे, हमेशा भाजपा के साथ रहेंगे। बहरहाल, भागलपुर के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक साथ बैठने को लेकर बिहार के वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार कहते हैं, अगर दो बड़े नेता एक साथ मंच पर होंगे तो सबकी निगाहें उन पर होंगी। ऐसा मौका किसानों को सम्मान देने का है, लेकिन किसान भी मतदाता हैं। उन्हें अपने पक्ष में कैसे लाया जाए, इस पर भी चर्चा होगी।

अटकलों पर विराम लग जाएगा

किसानों के लिए और क्या किया जा सकता है, इस पर भी चर्चा होगी। लेकिन सबसे बड़ी बात यह होगी कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का एक साथ मंच पर बैठना एनडीए नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकता का बड़ा संदेश देगा और इसके साथ ही कई चर्चाओं और अटकलों पर विराम लग जाएगा।वहीं बिहार के एक अन्य वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडेय कहते हैं कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जब एक साथ मंच पर होंगे तो राजनीतिक बातें तो होंगी ही, लेकिन इसके अलावा जो भी दूसरी बातें होंगी वो बिहार एनडीए के लिए काफी अहम होंगी. जब दो बड़े नेता मिलते हैं तो कम समय में ही काफी सारी बातें हो जाती हैं और ये एनडीए के लिए अहम हो सकता है.

भागलपुर आ रहे हैं

पूर्व केंद्रीय मंत्री और मोतिहारी से भारतीय जनता पार्टी के सांसद राधा मोहन सिंह भी प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर काफी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि यह हमारा सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री भागलपुर आ रहे हैं। जब तेजस्वी यादव ने उनसे पूछा कि प्रधानमंत्री बिहार को क्या देने आ रहे हैं तो उन्होंने कहा कि लालू परिवार को लेने की आदत है, देने की आदत किसी को नहीं है, इसीलिए उनके मन में यह बात चलती रहेगी।

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