Four Lane Expressway:यह हरियाणा के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है! डबवाली (सिरसा) से पानीपत तक 300 किलोमीटर लंबे फोर लेन हाईवे के निर्माण से राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी। इससे न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि व्यापार और परिवहन को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस प्रोजेक्ट के तहत जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित होगी, उन्हें उचित मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही, यह हाईवे 7 राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ेगा, जिससे लॉजिस्टिक्स और व्यापार में तेजी आएगी। केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद 80 लाख रुपये की लागत से डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार की जाएगी, जो आगे के कार्यों का मार्ग प्रशस्त करेगी। इस परियोजना से भारी वाहनों का दबाव कम होगा और हरियाणा के विभिन्न जिलों के लोगों को आवागमन में आसानी होगी।
इस नए फोर लेन हाईवे से हरियाणा के कई जिलों को सीधा फायदा मिलेगा, खासकर सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद और पानीपत के लोगों को।
प्रोजेक्ट के मुख्य फायदे:
1. बेहतर कनेक्टिविटी:
यह हाईवे हरियाणा के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ेगा, जिससे यात्रा का समय कम होगा।
यह हाईवे 7 राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ेगा, जिससे अन्य राज्यों तक पहुंच आसान होगी।
2. व्यापार और उद्योग को बढ़ावा:
हाईवे बनने से लॉजिस्टिक्स आसान होगा और ट्रांसपोर्ट का खर्च घटेगा।
औद्योगिक क्षेत्रों और मंडियों तक माल की पहुंच तेज होगी, जिससे व्यापारियों और किसानों को फायदा होगा।
3. किसानों को उचित मुआवजा:
सरकार जमीन अधिग्रहण के बदले प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देगी।
अधिग्रहित भूमि के मालिकों को सरकार की योजनाओं के तहत पुनर्वास सहायता भी मिल सकती है।
4. यातायात जाम से राहत:
भारी वाहनों का दबाव कम होगा, जिससे स्थानीय सड़कों पर ट्रैफिक कम होगा।दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी, जिससे यात्रा सुरक्षित बनेगी।
5. पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा:
इस हाईवे से धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों तक पहुंच आसान होगी, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
इसके अलावा यह हाईवे राज्य
इसके अलावा यह हाईवे राज्य के 14 प्रमुख शहरों को जोड़ेगा। जिन प्रमुख क्षेत्रों से यह हाईवे गुजरेगा, उनमें सिवाह, सुताना, थर्मल, ऊंटला, नारा, असंध, नगूरां, उचाना, लितानी, उकलाना, सनियाना, भूना, रतिया, हंसपुर, सरदूलगढ़, रोड़ी, कालावाली और डबवाली शामिल हैं।
फतेहाबाद जिले में यह हाईवे
फतेहाबाद जिले में यह हाईवे पंजाब सीमा से रतिया, भूना और सनियाना होते हुए पानीपत पहुंचेगा। यह परियोजना हरियाणा के उद्योगपतियों, खासकर पानीपत के कपास व्यापारियों के लिए भी फायदेमंद होगी, क्योंकि इससे कपास लाने का रास्ता आसान हो जाएगा।