Haryana News: महाशिवरात्रि 2025 के का पावन पर्व पर हरियाणा के इस जिले में लग रहा विशाल मेला! 5 हजार साल पुराना है मंदिर 

Haryana News: महाशिवरात्रि 2025 का पावन पर्व कल, 26 फरवरी को पूरे देश में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाएगा। हरियाणा के नूंह जिले में स्थित ऐतिहासिक नल्हरेश्वर महादेव शिव मंदिर पर इस बार भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है।

मेवात के हजारों साल पुराने

मेवात के हजारों साल पुराने इस शिव मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर विशाल मेले का आयोजन किया जाएगा। देशभर से लाखों श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे और विशेष पूजा-अर्चना करेंगे। प्रशासन और मंदिर प्रबंधन भक्तों की सुविधा के लिए व्यापक तैयारियां कर रहे हैं।

नल्हरेश्वर महादेव शिव मंदिर

नल्हरेश्वर महादेव शिव मंदिर, जो नूंह की अरावली पर्वत श्रृंखला में स्थित है, 5200 साल पुराना माना जाता है। इस मंदिर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व बहुत गहरा है।

इस मंदिर से करीब 500 फुट की ऊंचाई पर स्थित एक प्राचीन कदम का पेड़ भी विशेष आकर्षण का केंद्र है। इस पेड़ से सदियों से साफ और मीठा जल बहता रहता है, जिसे भक्त पवित्र मानते हैं।

हालांकि, यह मंदिर बीते समय में हिंसक घटनाओं से भी जुड़ा रहा है, लेकिन इसका आध्यात्मिक महत्व शिव भक्तों के लिए अटूट बना हुआ है। महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां हर साल विशाल मेले का आयोजन होता है, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।

जानकारों के अनुसार, नल्हरेश्वर महादेव शिव मंदिर का संबंध महाभारत काल से भी जोड़ा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने कौरवों और पांडवों के बीच समझौता कराने के लिए इस पवित्र स्थान का चयन किया था।

एक खास मान्यता यह भी है कि जहां-जहां श्रीकृष्ण के चरण पड़े, वहां कदम का पेड़ उगता है। इसी मान्यता के तहत मंदिर से करीब 500 फुट की ऊंचाई पर स्थित कदम के पेड़ से मीठा और स्वच्छ जल बहता है।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर समिति ने 287 सीढ़ियां बनाई हैं, ताकि भक्त आसानी से कदम के पेड़ से बहने वाले जल को देख सकें और इसे अपने घर ले जा सकें। यह पवित्र जल भक्तों के लिए विशेष आध्यात्मिक महत्व रखता है।