लखनऊ: मायावती (Mayawati) द्वारा बीएसपी में सभी पदों से मुक्त किए जाने के बाद आकाश आनंद ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। आकाश आनंद ने कहा, ‘मैं परम आदरणीय बहन सुश्री मायावती जी का कैडर हूं और उनके नेतृत्व में मैंने त्याग, निष्ठा और समर्पण की अविस्मरणीय शिक्षाएं सीखी हैं, ये सब मेरे लिए सिर्फ एक विचार नहीं बल्कि जीवन का उद्देश्य है। आदरणीय बहन जी का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर की तरह है, मैं उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं और उस फैसले पर कायम हूं।
पूरी निष्ठा से काम करता रहूंगा
आकाश आनंद ने सोशल मीडिया पर आगे लिखा, ‘आदरणीय बहन सुश्री मायावती जी द्वारा मुझे पार्टी के सभी पदों से मुक्त किए जाने का फैसला मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावनात्मक है, लेकिन साथ ही यह एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है। ऐसे कठिन समय में धैर्य और दृढ़ संकल्प ही सच्चे साथी होते हैं। बहुजन मिशन और मूवमेंट के एक सच्चे कार्यकर्ता की तरह मैं पार्टी और मिशन के लिए पूरी निष्ठा से काम करता रहूंगा और आखिरी सांस तक अपने समाज के हकों के लिए लड़ता रहूंगा।
आत्मसम्मान की लड़ाई है
वहींं उन्होंने कहा, ‘विपक्षी दल के कुछ लोग सोच रहे हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरा राजनीतिक करियर खत्म हो गया, उन्हें समझना चाहिए कि बहुजन आंदोलन करियर नहीं, बल्कि करोड़ों दलितों, शोषितों, वंचितों और गरीबों के स्वाभिमान और आत्मसम्मान की लड़ाई है। यह एक विचार है, एक आंदोलन है, जिसे दबाया नहीं जा सकता। लाखों आकाश आनंद इस मशाल को जलाए रखने और इसके लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने के लिए हमेशा तैयार हैं।
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