मौनी अमावस्‍या भगदड़ मामले में सीएम योगी का बड़ा बयान, कही ऐसी बात जिसकी होने लगी चर्चा

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ (आईआईएमएल) और डाक सेवा के अधिकारियों के साथ महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर चर्चा की और अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ 2019 में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर किस तरह की चुनौतियां थीं और उनके समाधान के लिए किस तरह के कदम उठाए गए. उन्होंने कहा कि हम समस्या के बारे में बहुत ज्यादा सोचते हैं, जिससे हमें बहाने मिलते हैं, लेकिन जब हम समाधान की ओर बढ़ते हैं तो कई दरवाजे खुल जाते हैं।

आर्थिक विकास का माध्यम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन न सिर्फ आस्था बल्कि आर्थिक विकास का भी बड़ा माध्यम हैं। उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ 2019 में 8 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए थे.ऐसे बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन, यातायात प्रबंधन और सुरक्षा बनाए रखना बड़ी चुनौती होती है.

मौनी अमावस्या पर स्थिति चुनौतीपूर्ण

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2019 के महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष रणनीति अपनाई गई. उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए तकनीक और सुरक्षा एजेंसियों के बीच उचित समन्वय जरूरी है. उन्होंने कहा कि जब मौनी अमावस्या पर अचानक 4 करोड़ से अधिक श्रद्धालु मेला क्षेत्र में पहुंचे तो यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति थी।

महाकुंभ में तकनीक का इस्तेमाल

महाकुंभ 2025 में डिजिटल और स्मार्ट तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा.
सुरक्षा के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात रहेंगे.
मुख्य स्नान घाटों पर हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.
श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाएगा।
भीड़ नियंत्रण के लिए रेलवे और रोडवेज को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
हेलीपैड एवं आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जाएगा।