लखनऊ: आज महाशिवरात्रि पर प्रयागराज महाकुंभ का आखिरी दिन है. इस बीच कुंभ के पुरे 45 दिनों में कई अनोखे रंग देखने को मिले, इस बार कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने इतिहास रच दिया है, वहीं यहां एक और विश्व रिकॉर्ड कायम हो गया है. आज आस्था के मेले में दस हजार लोगों ने एक पेंटिंग तैयार की है. बता दें कि हजारों कलाकारों द्वारा तैयार की गई इस पेंटिंग को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह मिल गई है. इस पेंटिंग में दस हजार से ज्यादा लोगों ने अपने हाथों के निशान से गंगा थीम पर पेंटिंग बनाई है. इसके लिए कुंभ मेले के गंगा पंडाल में खास आयोजन किया गया है.
पेंटिंग की खास बातें
खास बात यह है कि गंगा की थीम पर तैयार की गई इस अनोखी पेंटिंग में ब्रश की जगह हाथ की छाप का ही इस्तेमाल किया गया है. कीर्तिमान स्थापित करने के लिए प्रयागराज के सभी स्कूलों से शिक्षकों व अन्य स्टाफ के साथ ही श्रद्धालुओं को भी बुलाया गया था। आयोजन में दस हजार हाथों की छाप कैनवास पर उतारने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन यह संख्या करीब डेढ़ गुना थी। कार्यक्रम खत्म होते ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने नया रिकॉर्ड बनाने की घोषणा की.
2019 में भी बना था रिकॉर्ड
पिछला रिकॉर्ड 2019 में प्रयागराज में हुए कुंभ का था, जिसमें आठ हजार हाथों की छाप से पेंटिंग तैयार की गई थीं. इस अनोखे आयोजन को देखने के लिए आज कुंभ मेले के गंगा पंडाल में बड़ी संख्या में दर्शक जुटे. हाथ की छाप से गंगा थीम पर अनोखी पेंटिंग बनाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने का यह आयोजन नगर निगम की ओर से आयोजित किया गया था.
पहले भी बना चुका है रिकॉर्ड
इससे पहले भी प्रयागराज महाकुंभ में स्वच्छता को लेकर दो रिकॉर्ड बन चुके हैं. पहला रिकॉर्ड गंगा नदी की सफाई को लेकर था, जिसमें 500 से ज्यादा सफाई कर्मचारी एक साथ गंगा में उतरे और राष्ट्रीय नदी को साफ करने का काम किया. इसी तरह एक दिन पहले भी सैकड़ों सफाई कर्मचारी सड़कों पर उतरे थे और चार जगहों पर सफाई अभियान चलाया था. महाकुंभ में एक ही सड़क पर एक साथ शटल बसें चलाने का भी रिकॉर्ड बनना है, लेकिन लगातार आ रही भारी भीड़ के कारण अभी तक इसकी व्यवस्था नहीं हो पाई है.