ओमप्रकाश राजभर ने कांग्रेस के साथ इस पार्टी को भी खूब लताड़ा, बताया BJP की B टीम, अब हो गई सियासी खलबली तेज

लखनऊ: दिल्ली चुनाव खत्म होते ही यूपी की राजनीति में नेताओं की बयानबाजी तेज हो गई है। इस बीच लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के मायावती को लेकर दिए बयान पर यूपी की राजनीति में उबाल देखा जा रहा है. एक तरफ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बसपा सुप्रीमो मायावती को साथ में चुनाव न लड़ने का परिणाम बताया तो दूसरी तरफ मायावती ने राहुल को अपने गिरेबान में झांकने की सलाह दी। वहीं अब पूरे मामले पर योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर की एंट्री हुई। राजभर ने इस मामले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा दोनों ही BJP की B टीम है.

योगी के मंत्री ने दी प्रतिक्रिया

मिडिया से बात करते हुए यूपी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने राहुल और मायावती मुद्दों को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दोनों पार्टी यानी सपा और कांग्रेस को बीजेपी का बी टीम बताया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि दोनों समय-समय पर बीजेपी की मदद करते हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी की खूब मदद की है. वहीं आमचुनाव में कांग्रेस ने जब बसपा को साथ में चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था तो सपा ने इसका विरोध किया। सपा ने यहां तक कह दिया था कि बसपा गठबंधन में आती है तो हम साथ चुनाव नहीं लड़ेंगे।

राजभर ने क्या कहा?

राहुल गांधी के दिए गए बयान पर राजभर ने कहा कि राहुल गांधी कह रहे हैं मोर्चे में अगर बसपा आई तो लड़ाई की दिशा कुछ और ही होती। आगे कहा कि राहुल गांधी को समझौता कर के लड़ाई लड़नी चाहिए। समझौते में लड़ते तो लड़ाई बनती अकेले-अकेले लड़ पायेगा। यहां चालीस पहलवान हैं वो हमसे अकेले लड़ लेंगे।

राहुल ने क्या कहा था?

राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कहा, “हम चाहते थे कि मायावती बीजेपी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ें लेकिन ऐसा नहीं हुआ.’ मायावती ने हमारा प्रस्ताव ठुकरा दिया. मेरा मानना ​​है कि कांशीराम जी ने नींव रखी और ‘बहनजी’ ने उस पर निर्माण किया। मैं चाहता था कि ‘बहनजी’ हमारे साथ आएं और बीजेपी के खिलाफ लड़ें, लेकिन किसी कारण से उन्होंने ऐसा नहीं किया.’ ये बहुत निराशाजनक है. अगर तीनों पार्टियां एक हो जातीं तो बीजेपी कभी नहीं जीत पाती.

राहुल के बयान पर मायावती का पलटवार

राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए बसपा मुखिया मायावती ने कहा, ‘जिन राज्यों में कांग्रेस पार्टी मजबूत है या जहां वे सत्ता में हैं, वहां बसपा और उनके समर्थकों के प्रति नफरत और जातिवादी रवैया है.’ लेकिन यूपी जैसे राज्य में जहां कांग्रेस कमजोर है, वहां बसपा से गठबंधन की बात करना उस पार्टी का दोहरा चरित्र नहीं तो और क्या है? फिर भी, जब भी बसपा ने कांग्रेस जैसी जातिवादी पार्टियों के साथ गठबंधन करके यूपी और अन्य राज्यों में चुनाव लड़ा है, तो हमारा आधार वोट उन्हें चला गया है, लेकिन वे पार्टियां बसपा को अपना बेस वोट ट्रांसफर नहीं कर पाई हैं।