संभल में ईंटों से किया जा रहा है ऐसा कुछ, हर कोई रह गया हैरान, पुलिस भी है इसमें शामिल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) में दो पुलिस चौकियों का निर्माण किया जा रहा है। इन्हें बनाने में उन ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनका इस्तेमाल दंगाइयों ने पथराव के दौरान किया था। इन ईंटों को पुलिस प्रशासन ने नगर पालिका से जब्त कर लिया है, जिसके बाद इनका इस्तेमाल पुलिस चौकी के निर्माण में किया जाएगा। ये दोनों चौकियां संभल के दीपा सराय और हिंदूपुरा खेड़ा में बनाई जा रही हैं।

फायरिंग की और आगजनी की

पिछले साल 24 नवंबर को संभल जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान बवाल हुआ था। मस्जिद के दोबारा सर्वे से मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए थे। उन्होंने पुलिस पर पथराव किया, फायरिंग की और आगजनी की। फायरिंग की घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने बलपूर्वक उपद्रवियों को खदेड़ने के बाद ईंट और पत्थर जब्त कर लिए थे। उन ईंटों का इस्तेमाल पुलिस चौकी के निर्माण में किया जाएगा। पुलिस के मुताबिक, संभल जिले के हिंसा प्रभावित और संवेदनशील इलाकों में 38 पुलिस चौकियां और आउटपोस्ट स्थापित की जाएंगी। 24 नवंबर को संभल के दीपासराय और हिंदूपुर खेड़ा इलाके में सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी।

29 पुलिसकर्मी घायल हुए

यहां उपद्रवियों ने पथराव, फायरिंग और आगजनी की थी। हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी। जबकि, एक मजिस्ट्रेट और 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। हिंसा के बाद नगर पालिका द्वारा सफाई के दौरान पुलिस पर फेंके गए ईंट-पत्थर की 6 ट्रॉली मिली थीं, जिन्हें नगर पालिका ने हटवाकर रख लिया था। पुलिस के मुताबिक, संभल जिले के हिंसा प्रभावित और संवेदनशील इलाकों में 38 पुलिस चौकियां और आउटपोस्ट स्थापित की जाएंगी। 24 नवंबर को संभल के दीपासराय और हिंदूपुर खेड़ा इलाके में सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी। यहां उपद्रवियों ने पथराव, फायरिंग और आगजनी की थी। हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी। जबकि, एक मजिस्ट्रेट और 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।

6 ट्रॉली मिली थीं

हिंसा के बाद नगर पालिका द्वारा सफाई के दौरान पुलिस पर फेंके गए ईंट-पत्थर की 6 ट्रॉली मिली थीं, जिन्हें नगर पालिका ने हटवाकर रख लिया था। हिंसा से प्रभावित और संकट वाले क्षेत्र में पुलिस प्रशासन पुलिस चौकियां और चौकी बनाई जा रही है, जिसमें एक सत्यवृत पुलिस चौकी का निर्माण जल्द ही पूरा होने वाला है। वहीं, हिंदूपुर में पुलिस दो और पुलिस चौकियों में नियुक्त कर्मचारी और दीपपति की नियुक्ति हो रही है, जहां काम शुरू हो गया है। इन ओरियोना में पुलिस द्वारा गैंगेले पत्थर को ही पुलिस चौकियों में चलाया जा रहा है। नगर पालिका इन सामूहिक-पत्थरों को ट्राली से भर कर दीपास्पेस और हिंदूपुर में नियुक्त किया गया है।

ये भी पढ़ें: अमरोहा में नमाज के दौरान बवाल, मुसलमान बने अपनों के दुश्मन, जानें यहां क्या है सच?