लखनऊ: यूपी के गोंडा के कर्नलगंज से पूर्व बसपा विधायक बृजकुंवरी सिंह का शुक्रवार रात लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। इससे पहले 23 जनवरी को उनके भाई पूर्व विधायक अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया का निधन हो गया था। एक माह के अंदर बहन की मौत से बरगादी कोट में शोक की लहर दौड़ गयी.
ऐसा रहा राजनीतिक सफर
बता दें कि साल 2007 के विधानसभा चुनाव में कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया ने कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी। इसके बाद 2008 के मध्यावधि चुनाव में लल्ला भैया ने खुद चुनाव लड़ने से मना कर दिए और अपनी बहन कुंवारी बृज सिंह को बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ाया और विधायक बनाया. जानकारी के मुताबिक सपा नेता गंभीर बीमारी से जूझ रही थी। शुक्रवार रात उनको लखनऊ के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। पूर्व विधायक के निधन की खबर मिलते ही सपा समर्थक उनके आवास पर पहुंचने लगे.
पहले भाई अजय प्रताप सिंह का निधन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंडा जिले की करनैलगंज विधानसभा से छह बार विधायक रहे पूर्व बीजेपी विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया का बीमारी के चलते लखनऊ के मेदांता अस्पताल में एक माह पहले निधन हो गया था. पूर्व विधायक का अंतिम संस्कार कटरा शहबाजपुर मेला बगिया सरयू घाट पर किया गया। धनावा स्टेट के राजकुमार पूर्व विधायक लल्ला भैया पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे। करीब एक साल पहले उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, तब से उनका इलाज चल रहा था।
लल्ला भैया का राजनीतिक सफर
लल्ला भैया ने पहली बार 23 वर्ष की उम्र में वर्ष 1989 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव में जीत हासिल किये। साल 1991 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते। 1993 के उपचुनाव में वह बीजेपी से विधायक भी बने. फिर साल 1996 में वह भारतीय जनता पार्टी से विधायक चुने गए। वर्ष 2002 में पार्टी का टिकट बहुत देर से मिलने के कारण उन्होंने चुनाव लड़ा, लेकिन समाजवादी पार्टी के योगेश प्रताप सिंह से चुनाव हार गये।