UP News: उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रही है। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने विधानसभा में बताया कि ‘आउटसोर्सिंग ऑफ मैन पावर’ के माध्यम से युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 5,600 श्रमिकों को सफलतापूर्वक इज़राइल भेजा गया है, और 5,000 अतिरिक्त श्रमिकों को भेजने की प्रक्रिया जारी है।
इसके अलावा, प्रदेश में बेरोजगारी दूर करने के लिए सरकार हर विधानसभा क्षेत्र में रोजगार मेलों का आयोजन कर रही है। इन मेलों के माध्यम से हजारों युवाओं को नौकरी के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत श्रमिकों को पंजीकरण कराने पर शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य लाभ प्रदान किए जा रहे हैं।
सरकार का उद्देश्य है कि प्रदेश के प्रत्येक युवा को रोजगार के अवसर मिले और वे आत्मनिर्भर बन सकें।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने विधानसभा में बताया कि पिछले दो वर्षों (1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2024) में सेवायोजन कार्यालयों में 5,68,062 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। इनमें इंटरमीडिएट, बीए, डिप्लोमा, बीटेक, एमटेक, पीएचडी धारक शामिल हैं। इसी अवधि में, रोजगार मेलों के माध्यम से 4,75,510 अभ्यर्थियों को निजी क्षेत्र में रोजगार के लिए चुना गया है।
इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार ने 5,600 श्रमिकों को इज़राइल में रोजगार के लिए सफलतापूर्वक भेजा है, और 5,000 अन्य श्रमिकों को भेजने की प्रक्रिया जारी है। इज़राइल में कार्यरत ये श्रमिक राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। सरकार ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) के साथ मिलकर युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए सहयोग किया है।
इज़राइल में रोजगार के अवसरों के तहत, उत्तर प्रदेश के कुशल श्रमिकों को भवन निर्माण, मॉल प्रबंधन, और तकनीकी कार्यों जैसे क्षेत्रों में नौकरी प्रदान की जा रही है। इज़राइल में श्रमिकों को मासिक वेतन 1.25 लाख से 1.5 लाख रुपये तक मिलता है। सरकार की यह पहल न केवल रोजगार प्रदान करने तक सीमित है, बल्कि इज़राइल में कार्य का अनुभव प्राप्त कर लौटने वाले श्रमिक प्रदेश में नई नौकरियों और उद्यमशीलता को भी बढ़ावा दे रहे हैं।
सरकार की इन पहलों का उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को वैश्विक मंच पर रोजगार के अवसर प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।