हर महीने जमा करें 5000 रुपये, बंपर रिटर्न देगा निवेश, जानें कहां मिलेगा तगड़ा फंड

नई दिल्ली SIP vs PPF: अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करने का सोच रहे है तो आपके लिए SIP और PPF स्कीम काफी कारगर साबित हो सकती हैं। यदि आप भी दोनों में से किसी एक में निवेश करने की सोच रहे हैं या फिर जरा कंफ्यूजन में हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। इस लेख में हम मिलने वाला रिटर्न और ब्याज दर के बारे में सब डिटेल में समझाएंगे।

जानिए क्या है पीपीएफ

पीपीएफ यानि कि पब्लिक प्रोविंडेंट फंड एक तरह की सरकारी स्कीम है। इसमें निवेशकों को गारंटीड रिटर्न मिलता है। इसलिए इसमें बिना किसी टेंशन के पीपीएफ में निवेश किया जा सकता है। पीपीएफ खाता 15 सालों में मैच्योर होता है। मौजूदा समय में पीपीएफ निवेश करने वालो को सालाना 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है।

एक फाइनेंशियल ईयर में पीपीएफ में आप 1.5 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है। यहां पर ध्यान रखें कि यदि आप खाते के मैच्योर होने पर पहले पैसा निकालते हैं तो आपको 1 फीसदी काटकर पैसे वापस दिए जाते हैं। इसमें आपको हर साल 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट मिलता है।

जानिए क्या है एसआईपी

एसआईपी के द्वारा आप म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। एसआईपी पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का प्रभाव देखने को मिलता है। खासतौर पर निवेश करने पर तकरीबन 12 फीसदी का रिटर्न मिलता है। एक्सपर्ट के मुताबिक एक बड़ा फंड बनाने के लिए एसआईपी काफी सही है।

हर महीने 5 हजार रुपये के निवेश पर मिलेगा बंपर रिटर्न

बता दें हर महीने पीपीएफ में 5000 रुपये का निवेश करने पर सालाना 60 हजार रुपये का निवेश करेंगे। यदि आप 15 सालों तक लगातार करते हैं तो आप पीपीएफ में कुल 9 लाख रुपये जमा करेंगे। इसमें आपको 7.1 फीसदी के हिसाब से 15 सालों में 7 लाख 27 हजार 284 रुपये का ब्याज मिलेगा।. इस हिसाब से मैच्योरिटी पर 16 लाख 27 हजार 284 रुपये मिलेंगे।

इसके बाद अगर 15 सालों के लिए एसआईपी में मंथली 5 हजार रुपये का निवेश करेंगे तो आप इसमें कुल 9 लाख रुपये जमा करेंगे। आपको 12 फीसदी का रिटर्न मिलता है। इस कैलकुलेशन के हिसाब से आपको 15 सालों में 16 लाख 22 हजार 880 का सिर्फ ब्याज मिलेगा। मैच्योरिटी पर आपको ब्याज और निवेश की राशि एक साथ मिलेंगी जो कि 25 लाख 22 हजार 880 रुपये की होगी।

पूरी कैलकुलेशन देखें तो 15 सालों के लिए पीपीएफ और एसआईपी में निवेश करेंगे तो पीपीएफ के मुकाबलें एसआईपी ये आपको ज्यादा रिटर्न मिल सकता है। बहराल कहीं भी निवेश करने पर अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर कर लें।