नई दिल्ली Vote From Home: लोकसभा चुनाव के ऐलान होते हैं पूरे देश में चुनावी सरगर्मिया तेज हो गई है। इस बार भी आम चुनाव 7 चरणों में होगा। 19 अप्रैल से 1 जून 2024 के बीच में चुनाव होने हैं। देश में इस समय 97 करोड़ वोटर हैं, जो कि अपने मताधिकारों का उपयोग करेंगे। इनमें से काफी बुजुर्ग और दिव्याग भी शामिल हैं। उनके सहुलियत के हिसाब से वोट डालने जैसी खास रियायतें दी गई हैं।
घर से वोट डालने के लिए पात्रता और इसका उपयोग कैसे करें?
चुनाव आयोग ने सुपर सीनियर सिटीजन यानि कि 85 साल से ज्यादा आयु वाले मतदाताओं को घर से ही डाक मतपत्र के द्वारा वोट डालने का ऑप्शन दिया है। यहीं सुविधा 40 फीसदी से ज्यादा दिव्यांगता वाले लोगों के लिए भी हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के मुताबिक, ये हमेशा से देखा गया है कि बुजुर्ग लोगों का प्रोसेस में बढ़चढकर हिस्सा लेना चाहते हैं लेकिन उनको इलेक्शन बूथ तक जाने में परेशानी होती है। यहीं कारण है कि हमने उनके लिए घर से वोटर डालने का ऑप्शन दिया है।
कैसे कर पाएंगे घर से वोट
अगर आप बुजुर्ग लोग या फिर दिव्यांग घर से मतदान करना चाहते हैं, उनको चुनाव अधिसूचना जारी होने के 5 दिनों के अंदर चुनाव आयोग के पास फॉर्म 14डी दाखिल करना होगा।
चुनाव आयोग के मुताबिक, देश में 10 मार्च 2024 तक 85 साल से ज्यादा के 81.87 लाख बुजुर्ग मतदाता थें। 100 साल पार हो चुके वोटरों की संख्या 2.18 लाख थी। दिव्यांग मतदाताओं की तादाद 88.35 लाख थी।
धर से वोटर डालने का क्या है प्रोसेस
घर से वोट करने से ज्यादा काफी कोशिश नहीं करनी होती है। जिला निर्वाचन अधिकारी यानि कि कलेक्टर घरेलू मतदान के लिए तारीख तय करते हैं ये वोटिंग की तय तारीख से पहले का दिन होता है।
बुजुर्ग और दिव्यांग वोटरों को घर पर ही डाक मतपत्र पेश कराया जाता है। यहां पर अपने वह पसंद के उम्मीदवार को वोट कर सकते हैं। इस समय चुनावी प्रोसेस की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए चुनाव अधिकारी, एक वीडियोग्राफर और पुलिस भी होते हैं। इसके बाद प्राइवेसी के लिए विभाजन भी होता है। पूरे प्रोसेस में मुश्किल से 20 मिनट का समय लगता है। वोटों की गिनती डाक मतपत्रों से होता है।