नई दिल्ली:Gucchi Mushroom Business Idea. आज के इस आर्थिक युग लोग ज्यादा से ज्यादा कमाई करना चाहते हैं। जिससे हर कोई अपनी एजुकेशन को पूरा करने के बाद में ऊंचे पदों पर नौकरी या फिर बिजनेस करने की सोचते रहते हैं। हालांकि ध्यान देने वाली बात है कि अगर आप गांव में रहकर परंपरागत खेती के बजाय ऐसी नई तकनीक और मोटी-मोटे कमाई वाले फसलों का उत्पादन करते हैं तो आप करोड़पति बन सकते हैं।
देश में ऐसी कई महंगी सब्जियां है। जिसको उगाने पर इसकी ऊंची कीमत में बिक्री होती है। जिसमें से आज हम आपके लिए बात करने वाले हैं गुच्छी मशरूम के बारे में यह सब्जी पहाड़ी मशरूम के नाम से भी जानी जाती है। देश में मशरूम की खेती किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है। तो वहीं गुच्छी मशरूम देश की सबसे महंगी सब्जियों की लिस्ट में शामिल है। ध्यान देने वाली बात यह है कि स्वाद और बेजोड़ विटामिन से भरपूर इस औषधि सब्जी की मार्केट में काफी डिमांड रहती है।
यहां पर उगती है गुच्छी मशरूम
दरअसल आप को बता दें कि गुच्छी मशरूम एक पहाड़ी सब्जी है, जिससे देश के कई हिस्सों में इसकी सब्जी उगाई जाती है। तो वही यह हिमाचल प्रदेश के चंबा, कुल्लू, मनाली के जंगलों में के अलावा कश्मीर और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में भी पाई जाती है।
इन औषधि और विटामिन से भरपूर है गुच्छी मशरूम
आप को बता दें कि गुच्छी मशरूम एक प्रकृति का एक वरदान है, जिसे जगलों में इसे खोजने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। यही वजह हैं कि ज्यादातर स्थानीय लोग ही इसे खोज पाते हैं। गुच्छी मशरूम में चमत्कारी और औषधीय गुण मौजूद होते हैं। जिसमेंमें विटामिन-B, विटामिन-C, और अमीनो एसिड पाया जाता है। तो वही पहाड़ों के ऊपरी इलाकों मे यह फरवरी से अप्रैल माह तक ही उगती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खाते है गुच्छी मशरूम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुच्छी सब्जी के बारे में बताया था। बता दें कि उन्होंने इसके बार में जानकारी दी जिससे वह गुच्छी की सब्जी उन्हें काफी पसंद है। अपने स्वास्थ्य के बारे में बात करते हुए कहा था ।
विदेश में भी है गुच्छी मशरूम की भारी डिमांड
गुच्छी मशरूम का वैज्ञानिक नाम मार्कुला एस्क्यूपलेंटा (Marcula Esculenta) है। भारत में इसकी डिमांड हो ही बल्किही अमेरिका, यूरोप, फ्रांस, इटली और स्विटजरलैंड में भी इस मशरूम की काफी मांग रहती है। गुच्छी मशरूम की सब्जी की कीमत मामूली नहीं है, क्योंकि कीमत जानकर लोग हैरान रह जाते है। यह 30,000 रुपये किलो तक बिकती है।