नई दिल्ली EPFO Rules: किसी के भी सामने कभी भी मेडिकल कंडीशन आ सकती है। इस प्रकार की स्थितियों में कितना पैसा खर्च होगा, इसके बारे में कुछ भी नहीं करा जा सकता है। काफी बार तो इंश्योरेंस की राशि भी ऐसे मामलों में कम पड़ जाती है।
अगर आप नौकरीपेश हैं और हर महीने ईपीएफओ में योगदान करते हैं तो ऐसे स्थितियों में आपको मदद मिल सकती है। ईपीएफओ मेंबर्स को काफी सारी परिस्थियों में अपने पीएफ से आंशिक रूप से निकासी करने की सुविधा प्राप्त होती है। ऐसे में जानते हैं कि आप पीएफ खाते से इलाज के लिए पैसा निकाल सकते हैं।
जानें इलाज के लिए कितना पैसा निकाल सकते हैं?
अगर आप ईपीएफओं से खुद से इलाज या फिर जीवनसाथी, बच्चों और माता-पति की किसी भी बीमारी के लिए पैसा निकालने की सोचते हैं तो ऐसा कर सकते हैं इसे निकालने के लिए किसी भी प्रकार के लॉक इन पीरियड नहीं तय किया गया है। और न ही मिनिमम सर्विस कोई अवधि है। इसें इलाज के लिए ईपीएफओ मेंबर्स ब्याज के साथ में कंट्रीब्यूशन की रकम का 6 गुना या फिर मंथली सैलरी का 6 गुना वह पैसा निकाल सकते हैं।
ऐसे में भी निकाल सकते हैं पैसा
अगर आपकी बहन,, बटी या फिर बटा या फिर किसी परिवारीजन की शादी है या बच्चों की एजुकेशन के लिए आंशिक निकासी करना चाहते हैें तो दोनों ही परिसअथिययों में आपकी 7 साल की नौकरी जरुरी है। 7 साल की नौकरी के बाद आप ब्याज के साथ में 50 फीसदी पैसा निकला सकते हैं।
वहीं 5 सालों तक ईपीएफ में लगातार योगदान करने के बाद आप घर के रेनोवेशन के लिए पैसा निकाल सकते हैं। ये पैसे मंथली सैलरी का 12 गुना तक हो सकता है। लेकिन इसकेलिए घर को ईपीएफओं मेंबर्स के नाम या फिर पति-पत्नी के साथ में ज्वाइंट रूप में होना चाहिए।
कर्मचारी ने मिनिमम 3 साल की सर्विस की है वहीं होम लोन के पेमेंट के लिए पैसा की निकासी कर सकता है। ऐसे में वह पीएफ बैलेंस का 90 फीसदी पैसा निकाल सकता है।
अगर घर बनाने के लिए पीएफ का पैसा निकालना चाहते हैं तो मंथली सैलरी का 24 गुना तक और घर खरीदने और बनाने दोनों के लिएं मंथली सैलरी का 36 गुना पैसा निकाल सकते हैं।