नई दिल्ली Mutual Fund Scheme: आज के समय जो भी छोटे निवेशक हैं उनके लिए म्यूचुअल फंड एक शानदार ऑप्शन के तौर पर है। कोरोना महामारी के बाद इसमें निवेश करने वाले निवेशकों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला है। आज के दिन करोड़ों निवेशक एसआईपी के द्वारा म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं।

म्यूचुअल फंड स्कीम में मिल रहा तगड़ा रिटर्न निवेशकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। बहराल ऐसा नहीं है कि सभी म्यूचुअल फंड स्कीम शानदार रिटर्न दे रहे हैं। कई ने नुकसान भी कराया है। इसलिए किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करने से पहले कुछ बातों को जानना काफी जरुरी है। ऐसा कर आप सही से फंड का चुनवा कर सकेंगे। इसके साथ में अपने निवेश पर बेहतरीन रिटर्न प्राप्त कर पाएंगे।

स्कीम में जोखिम के बारे में जानें?

किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करने से पहले ये जानें कि ये फंड कौन सा है। म्यूचुअल फंड स्कीम, लार्ज कैप, मिड कैप या स्मॉल कैप लिस्ट में होता है। इसके साथ में ये भी पता करें कि आपका पैसा किस स्टॉक में लगाया जा रहा है। यदि मिड कैप और स्मॉल कैप में पैसे को निवेश किया जा रहा है तो जोखिम ज्यादा होता है।

अपनी रिस्क लेने की क्षमता के मुताबिक स्कीम का चुनाव करें। निवेशकों को ये भी सुनिश्चित करना होगा कि फंड मैनेजर स्कीम के पैसे को लो क्रेडिट में तो आवंटित नहीं कर रहा है।

एक्सपेंस रेशियों और बाकी के चार्जों को पता करें

मिडकैप, लार्जकैप, डेट या हाइब्रिड जैसे अपनी पसंद के सेगमेंट से 4 या 5 फंड का चुनाव करें और फिर फंड के एक्सपेंस रेशियों की तुलना करें। इसके अलावा यदि आप फंड निकालते हैं तो फंड हाउस आपसे वन टाइम सेल के समय कितना कमीशन लेता है।

जानें फंड का पिछला कितना प्रदर्शन देखें

किसी भी म्यूचुअल फंड क पिछला प्रदर्शन इस बात की कोई गारंटी नहीं लेता है कि वह फंड आने वाले समय में अच्छा प्रदर्शन करेगा। इस फंड के ट्रैक रिकॉर्डज को देखते हुए आप फिक्स रूप से रिकॉर्ड को दूसरी स्कीम से तुलना कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि कोई भी फंड जिसने साल दर साल इंडेक्स को पीछे छोड़ा है वह बेहतर दांव हो सकता है।

एक्सपीरियंस फंड मैनेजर का करें चुनाव

किसी भी फंड को चुनने का एक मानदंड़ ये जानना है कि फंड का प्रबंधन कौन कर रहा है। निवेशक खासतौर पर उन फंडों पर पैसा लगाते हैं जिनका मैनेजमेंट फंड मैनेजरों के रिए किया जाता है। जिनको पहले मार्केट के उतार-चढ़ाव के समय निवेशकों के पैसे का प्रबंधन करने की क्षमता दिखाई है और उथल-पुथल वाले मार्केट के समय भी अनुशासन दिखाया है। एक्टिव रूप से प्रबंधित फंडों के लिए ये काफी जरुरी हो जाता है।

आदर्श पाल छत्रपति शाहू जी महाराज युनिवर्सिटी कानपुर से पत्रकारिता की डिग्री...