नई दिल्ली Mutual Funds Returns: मौजूदा समय में म्यूचुअल फंड में SIP करना शेयर मार्केट में निवेश के सबसे अच्छे तरीकों में से एक जाना जाता है। लेकिन जानकार सलाह देते हैं कि अगर आपको म्यूचुअल फंड में अच्छा खासा रिटर्न प्राप्त करना हो तो समय-समय पर उसका विश्लेषण करना काफी आवश्यक है कि आखिर आपका म्यूचुअल फंड इंडेक्स को बीट भी कर पा रहा है या नहीं।
कैसे करें म्यूचुअल फंड का विश्लेषण
म्यूचुअल फंड में पैसा लगाते समय आपका उद्देश्य स्पष्ट होना चाहिए कि आखिर आप क्यों निवेश कर रहे हैं। अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए निवेश कर रहे हैं तो एक साल या 2 साल के अंतराल के लिए लगातार SIP में पैसा लगाना है, क्यों कि म्यूचुअल फंड में SIP का रिटर्न एक या 2 साल के बाद ही दिखाई देता है।
आपको हमेशा अपने म्यूचुअल फंड स्कीम में देखना होगा कि आपका म्यूचुअल फंड उसके बेंचमार्क से अच्छा खासा प्रदर्शन किया जा रहा है या नहीं। अगर आपका म्यूचुअल फंड लगातार उसके बेंचमार्क से खराब प्रदर्शन कर रहा है तो आपको अपने फाइनेंशियल सलाहकार से बातचीत कर किसी दूसरी स्कीम में निवेश पर विचार करना चाहिए।
हमेशा अपने म्यूचुअल फंड में उतार-चढ़ाव पर नजर रखें। अगर आपने ज्यादा रिस्क वाला म्यूचुअल फंड में निवेश किया हुआ है। मार्केट में उथल-पुथल के दौरान उसमें ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इसका आपके पोर्टफोलियों पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों का असर हो सकता है।
ऐसे में अगर आप ज्यादा रिस्क भी ले सकते हैं। तो ही ज्यादा उतार-चढ़ाव वाले म्यूचुअल फंड में पैसा लगा सकें। म्यूचुअल फंड कंपनी की तरफ से काटे जाने वाले चार्जेस को लेकर आपको हमेशा से पूरी जानकारी होनी चाहिए।
वहीं म्यूचुअल फंड निवेशकों के तौर पर आपको अपनी स्कीम के मैनेजमेंट के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। अगर इसमें कोई भी बदलाव होता है तो फौरन देखें कि इसका आपके निवेश पर क्या प्रभाव पड़ेगा।