नई दिल्लीः अगर आप गेस सिलेंडर के उपभोक्ता हैं तो पहले जरूरी बातों का ध्यान रखते हुए कुछ महत्वपूर्ण चीजों को जानना होगा। सरकार की तरफ से गैस सिलेंडर के ग्राहकों के लिए एजेंसियां नए-नए नियम बनाती रहती हैं, जिनका हर हाल में पालन करना होता है। रसोई गैस सिलेंडर के उपभोक्तों के लिए सरकार ने अब एक ऐसा नियम बना दिया है, जिसका तय तारीख तक निवारण करा होगा।
मधुबनी के लिए यह दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। आप सोच रहे होंगे कि ऐसे क्या नियम हैं जिन्हें जानना आपके लिए बहुत ही जरूरी है। गैस एजेंसी में जाकर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के जरिए ई-केवाईसी कराना जरूरी कर दिया गया है। पहले इसकी सीमा 31 दिसंबर 2023 तक निर्धारित की गई थी, जिसका काफी आगे बढ़ा दिया गया था।
इस तारीख तक करवाएं ई-केवाईसी का काम
गैस सिलेंडर ग्राहक आराम से ई-केवाईसी का काम करवा सकते हैं, जिसके लिए कहीं भी धक्के खाने की जरूरत नहीं होगी। पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय ने इसकी सीमा विस्तारित कर इसे 31 मई करने का निर्णय लिया गया है। आपने 31 मई तक ई-केवाईसी का काम नहीं करवाया तो फिर परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
स्थानीय उमा गैस एजेंसी के संचालक सत्येंद्र सिंह के अनुसार, 31 मई 2024 तक ग्राहक ई-केवाईसी नहीं कराया तो आपूर्ति बाधित होगी, जिससे ग्राहकों को पेशानियों का सामना करना पड़ेगा। यह दिक्कत उन्हें होगी, जो गैस सिलेंडर पर सब्सिडी का फायदा प्राप्त करते हैं। ई-केवाईसी नहीं करवाने पर सब्सिडी का लाभ नहीं दिया जाएगा।
आपके नाम पीएम उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन है तो समय रहते यह काम करवा सकेत हैं। अपना आधार कार्ड और गैस पासबुक लेकर एजेंसी के कार्यालय में सुबह 10 बजे से 5 बजे तक उपस्थित होकर अपना ई-केवाईसी कराने का काम कर सकते हैं।
जानिए कितने रुपये की मिल रही सब्सिडी
पीएम उज्जवला योजना से जुड़े गैस उपभोक्ताओं को अब 300 रुपये की सब्सिडी मिल रही है। घरेलू एलपीजी सिलेंडर की खरीदारी करते समय पूरी रकम खर्च करने पड़ रही है। इसके कुछ दिन बाद 300 रुपये आपके अकाउंट में सब्सिडी के रूप में आ रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि सरकार की तरफ से लोकसभा चुनाव बाद सब्सिडी पर थोड़ी कटौती की जा सकती है।