नई दिल्ली Muft Rashan Yojana: अगर आप राशन कार्ड धारक हैं तो ये खबर आपके लिए खास हो सकती है। आपको बता दें अरवल जिले में जनवितरण सिस्टम के 337 दुकानें हैं जहां से 1 लाख 2 हजार 667 राशन कार्ड उपभोक्ताओं को राशन प्राप्त होता है। खाद्य आपूर्ति विभाग न अब सभी कार्डधारको को ईकेवाईसी कराना जरुरी कर दिया है।

नियम के मुताबिक आपूर्ति विभाग ने डीलरों को राशन कार्डधारकों की ईकेवाईसी करने की जिम्मेदारी दी है। वैसे उपभोक्ता जो कि पीडीएस दुकानों तक नही जा पा रहे हैं, उनकी ईकेवाईसी करने के लिए डीलरों को राशन कार्डधारकों की ईकेवाईसी करने की जिम्मेदारी दी है। राशन कार्ड पर दर्ज परिवार के लोगों की ईकेवाईसी के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड एवं उनके फिंगर प्रिंट्स का मिलान डीलर को मशीन से करना है।

पॉस मशीन में ईकेवाईसी का ऑप्शन

डीलरों को मिली पॉस मशीन में ईकेवाईसी का ऑप्शन है जिसके आधार पर ये काम डीलर कर पाएंगे। अगर उपभोक्ता डीलर के पास राशन के लिए जाते हैं तो वहीं पर डीलर के द्वारा उनकी ईकेवाईसी की जाएगी। अगर परिवार के बीमार, बूढ़े, गर्भवती और दुकान पर पहुंचने में असमर्थ लोग वहां पर नहीं जा पाते हैें तो डीलर पॉस मशीन लेकर उपभोक्ताओं के घर जाकर ईकेवाईसी करेंगे।

नियम के मुताबिक जो भी उपभोक्ता जन वितरण सिस्टम की दुकान से राशन लेते हैं उनके परिवार के उन सभी सदस्यों के आधार पर नबर एवं फिंगर प्रिंट का मिलान किया जाएगा। जिनके नाम राशन कार्ड पर दर्ज हैं। इससे ये पता लगेगा कि जिसका नाम दर्ज हैं वह अपने गर पर रहे हैं या फिर नहीं इससे सहीं उपभोक्ता को इस स्कीम का लाभ प्राप्त हो सकेगा।

डीलर ऐसे करेंगे केवाइसी

डीलर केवाईसी के समय उपभोक्ताओं को मिले राशन कार्ड के नंबर आधार कार्ड नंबर को पॉस मशीन में दिए गए ऑप्शन में डालकर उसे आईडी पासवर्ड के जरिए से ओपन करेंगे और ईकेवाईसी करेंगे। जिले के सभी पात्र लोगों की ईकेवाईसी होगी। ई-केवाईसी करके देखना होगा कि असल में कितने लोग हैं जो कि स्कीम का लाभ उठाने के पात्र हैं। फर्जी राशन कार्ड होने पर नाम काट दिया जा सकता है।

आदर्श पाल छत्रपति शाहू जी महाराज युनिवर्सिटी कानपुर से पत्रकारिता की डिग्री...