नई दिल्ली Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस के द्वारा सीनियर सिटीजंस के लिए एक खास स्कीम है। दरअसल हम बात कर रहे हैं सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम की। इसमें 60 साल से ज्यादा आयु के लोग आसानी से निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिलता है। वहीं दूसरी तरफ जमा किए गए पैसों के बदले 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट मिलता है। मैच्योरिटी के बाद भी आप चाहें तो इस स्कीम को एक बार और तीन साल के लिए बढ़ा सकते हैं।
जानें कौन ओपन कर सकता है खाता
आपको बता दें कोई भी 60 साल की आयु का शख्स इस खाते में ओपन कर सकते हैं। पोस्ट ऑफिस की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, खाता सिर्फ व्यक्तिगत क्षमता के रूप में या फिर पति-पत्नी ज्वाइंट खाता ओपन कर सकते हैं।
इसमें ध्यान रखें कि ज्वाइंट खाते में जमा रकम सिर्फ पहले खाता धारक के कारण होगी। इसमें 55 से 60 साल की आयु के लोग भी खाता ओपन करा सकते हैं। जिसमें वीआरएस ले सकते हैं। यहीं नहीं अगर आप 50 साल की आयु और 60 साल से कम आयु के रिटायरमेंट यदि लाभ प्राप्त करने के तीन दिनों के भीतर निवेश कर सकते हैं। तो वह भी खाता ओपन कर सकते हैं।
निवेश करने की सीमा और टैक्स बेनिफिट
पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजंन सेविंग स्कीम में आप कम से कम 1 हजार रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें 1000 के मल्टीपल में निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में आपके द्वारा ओपन किए गए सभी खाते को मिलाकर 30 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। इससे ज्यादा निवेश करने पर पैसा लौटा दिए जाएंगे। इस स्कीम के तहत निवेश इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80सी के लाभ के लिए योग्य हैं। यानि कि आप टैक्स बेनिफिट उठा सकते हैं।
ब्याज दर पर मिलेगा लाखों का रिटर्न
पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में फिलहाल 8.2 फीसदी का सालाना ब्याज दिया जा रहा है। वहीं इसका ब्याज तिमाही आधार पर दिया जाता है। अगर खाताधारक की तरफ से तिमाही ब्याज का दावा नहीं किया जाता है तो ऐसे में ब्याज पर एक्स्ट्रा ब्याज नहीं मिलता है। ब्याज ऑटो क्रेडिट के द्वारा उसी पोस्ट ऑफिस में सेविंग खाते में निकाला जा सकता है।
कब बंद करा सकते हैं खाता
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम खाते को पासबुक के साथ में एप्लीकेशन फॉर्म जमा कर खाता ओपन करने की तारीख से 5 साल के बाद क्लोज किया जा सकता है। इसके अलावा यदि खाताधारक की मौत हो जाती है तो मौत की तारीख से खाते से पोस्ट ऑफिस सेविंग खाते की दर दर से ब्याज मिलेगा। यदि पति या पत्नी ज्वाइंट खाता एकमात्र शख्स है। खाते को मेच्योरिटी तक जारी रख सकते हैं। अगर पति या पत्नी एससीएसएस खाता ओपन करने के पात्र हैं औप उनके पास कोई दूसरा एससीएसएस खाता नहीं है।