नई दिल्ली Salary Saving Tips: अगर आप नौकरीपेशा हैं तो ये खबर आपके लिए खास हो सकती है। नौकरी करने वाले शख्स की सबसे बड़ी दिक्कत होती है कि उसे हर महीने सैलरी का इंतजार करना पड़ता है। वहीं जब सैलरी आती है तो देखते ही देखते वह कहां चली जाती है इसका पता नही लग पाता है।
ऐसे में पैसे नहीं बच पाने के कारण से काफी सारे लोग निवेश नहीं कर पाते हैं। ऐसे में आपको आवश्यकता है कि हर महीने सैलरी के लिए एक बजट तैयार किया जाए और उसी हिसाब से खर्च किया जाए। मंथली बजट बनाने के लिए आप 50-30-20 के नियम के बारे में जानें। इससे फाइनेंशियल प्लानिंग ठीक हो जाएगी।
क्या है 50-30-20 का नियम
वहीं 50-30-20 के नियम की बात करें तो शुरुआत में अमेरिकी सीनेट और टाइम मैगजीन के 100 प्रभावशाली लोगों में शामिल एजिजाबेथ वॉरेन ने की थी। इसके बारे में उन्होंने अपनी बेटी के साथ में मिलकर 2006 में अपनी किताब ऑल योर वर्थ में लिखा है कि इसके तहत उन्होंने अपनी सैलरी को तीन हिस्सों में बाटा हैं। इसमें जरूरत चाहत और बचत आदि हैं।
एलिजाबेथ वॉरेन के अनुसार, हमें अपनी इनकम का 50 फीसदी भाग उन चीजों पर खर्च करना चाहिए, जो कि हमारे लिए जरूरी हैं और जिनके बिना हम गुजारा नहीं कर सकते हैं। इसके तहत घर का राशन, रेंट, यूटिलटी बिल, बच्चों की पढ़ाई, ईएमआई और हेल्थ इंश्योरेंस आदि शामिल हैं।
नियम के और भी है हिस्से
इस नियम का दूसरा भाग 30 फीसदी का है। इसे अपनी चाहतों पर खर्च करना होगा। ये ऐसे खर्च होते हैं जिनको टाला भी नहीं जा सकता है। लेकिन इन पर पैसे के खर्च करने से लोगों को खुशी मिलती है। इसके तहत फिल्म देखना, पार्लर जाना, शॉपिंग करना, बाहर खाना खाना या फिर अपने शौक पूरे करने आदि शामिल होते हैं।
क्या है तीसरा और आखिरी हिस्सा
वहीं इसका तीसरा भाग 20 फीसदी का है। जिसे इस नियम के मुताबिक सेविंग करने के लिए रखा जाना चाहिए। इन पैसों का उपयोग अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग, बच्चों की हायर एजुकेशन, बच्चों की शादी और इमरजेंसी फंड के लिए करना होगा।
ऐसे समझें नियम
वहीं आप मान लें कि आपकी मंथली इनकम 50 हजार रुपये है। ऐसे में 50-30-20 नियम के अनुसार, 50 फीसदी यानि कि 25 हजार रुपये जरुरी खर्चों के लिए, इसमें घर का किराया, राशन, बिजली पानी का बिल, बच्चों की फीस, गांड़ी का पेट्रोल आदि शामिल है।
वहीं दूसरे हिस्से में 15 हजार रुपये आते हैं इसमें आप अपनी चाहतों पर खर्च कर सकते हैं। इसमें अपना घूमना फिरना, फिल्म देखना, कपड़ों की शाॉपिग, मोबाइल टीवी या फिर दूसरे गैजेट खरीदना आदि शामिल है।
आखिरी हिस्से को बचत खाते में डालें, इसमें 10 हजार रुपये होंगे। इन पैसों को आपको सेविंग में डालना होगा। आप इन पैसों को अपनी सुविधा के मुताबिक अलग-अलग निवेश कर सकते हैं। आप फिक्स डिपॉजिट भी कर सकते हैं। रिटायरमेंट के लिए एनपीएस में निवेश कर सकते हैं।
वहीं लॉन्ग टर्म के लिए पीपीएफ में पैसे जमा करें या फिर म्यूचुअल फंड में इनवेस्टमें कर सकते हैं। वैसे निवेश में सबसे अच्छा ये रहता है कि आप कई जगह थोड़ा-थोड़ा पैसा निवेश करें।