नई दिल्लीः केंद्र की मोदी सरकार दो दिन बाद यानी एक फरवरी को वित्तीय आम बजट पेश किया जाएगा, जिसकी तैयारी तेजी से चल रही है। इस बार सरकार अंतरिम बजट पेश करेगी, जिसमें अब बदलाव की ना के बराबर उम्मीद है। बजट में इस बार सरकार सभी वर्गों को साधने की कोशिश करेगी, क्योंकि दो महीने बाद लोकसभा चुनाव होना है।
लोकसभा चुनाव से पहले आगामी बजट में वित्तमंत्री आम लोगों को बड़ी राहत दी जा सकती है। इस बजट में रोजगार बढ़ाने और महंगाई को बढ़ने से रोकने के लिए उपाय हो सकते हैं। सरकार की तरफ से लघु-सीमांत किसानों को बड़ी राहत मिल सकती है जो हर किसी का दिल जीतने के लिए काफी है।
जानिए महंगाई बढ़ने से कैसे रोकी जा सकती है
भारत में जब से कोरोना वायरस संक्रमण ने कदम रखा तभी से खाने पीने की चीजों में बंपर बढ़ोतरी हुई है। दाल, खाद्य तेल के दाम बढ़े हैं, जिसके साथ ही एलपीजी सिलेंडर के रेट में भी काफी बढ़ोतरी देखने को मिली थी। नतीजा यह रहा कि सिलेंडर को खरीदने के लिए 1100 रुपये तक खर्च करने पड़े।
सरकार ने करीब तीन महीने पहले एलपीजी सिलेंडर के दाम में गिरावट की थी, जिससे आम लोगों के चेहरे पर रौनक दर्ज की गई। इसमें और भी कमी दर्ज की जा सकती है। सरकार को रोजमर्रा की चीजों को दाम बढ़ने से रोकने की कोशिश करनी होगी। आम आदमी खासकर कम कम आयु वर्ग के लोगों को बहुत राहत मिलने की संभावना है।
पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में कैसे लाएं
भारत में काफी दिनों से पेट्रोल-डीजल के दाम सातवें आसमान पर हैं। काफी दिनों से पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में लाने की मांग होती रही है। कुछ जानकारों के अनुसार, ऐसा होने पर पेट्रोल-डीजल के रेट में गिरावट दर्ज की सकती है। इससे आम लोगों को बंपर राहत देखने को मिल सकती है। वैसे भी काफी दिनों से पेट्रोल करीब 100 रुपये प्रति लीटर के करीब बिक रहा है।
रोजगार बढ़ाने पर होगा फोकस
केंद्र की मोदी सरकार रोजगार के मौके बढ़ाने के लिए बड़े कदम उठाने होंगे। यूनियन बजट इसके लिए बड़ी सौगात हो सकती है। इसमें हर साल लाखों युवा वर्कफोर्स का हिस्सा बन रहे हैं। इनके लिए रोजगार के मौके पैदा करना सरकार के लिए किसी बड़ी चुनौती की तरह होंगे। जानकारों के अनुसार सरकार उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगी।