नई दिल्ली। भारतीय संगीत जगत को भारी नुकसान हुआ है। प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक पंकज उधास का 26 फरवरी, 2024 को निधन हो गया। वे 72 वर्ष के थे। उनकी बेटी निआब उधास ने सोशल मीडिया पर पिता के निधन की खबर साझा की।
उन्होंने लिखा, “यह बड़े दुख के साथ है कि हमें आपको बताना पड़ रहा है कि पद्म श्री पंकज उधास का 26 फरवरी 2024 को निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे।”
पंकज उधास के पीआरओ ने बताया कि गायक का निधन 26 फरवरी को सुबह करीब 11 बजे Breach Candy Hospital में हुआ। वह लंबे समय से बीमार थे। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं चल रही थी। गायक के निधन की खबर से संगीत जगत में शोक का माहौल है। पंकज उधास जैसे ग़ज़ल गायक के जाने से उनके चाहने वालों को गहरा सदमा पहुँचा है। सोशल मीडिया पर हर कोई आँखों में आँसू लिए गायक को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।
पंकज उधास का गायिकी सफर (The Musical Journey of Pankaj Udhas)
पंकज उधास का जन्म 17 मई, 1951 को हुआ था। उन्होंने 1980 के दशक में अपने गायिकी सफर की शुरुआत की और कुछ ही समय में ग़ज़ल गायिकी में एक जाना-माना नाम बन गए। उनके मधुर स्वर और ग़ज़लों के गहरे भावों को उनके प्रशंसक खूब पसंद करते थे।
पंकज उधास की प्रसिद्ध ग़ज़लें (Famous Ghazals of Pankaj Udhas)
- “Chitthi Na Gayi”
- “Fizaaon Mein Khushboo”
- “Nazar Ke Samne”
- “Kya Hua Tera Vaada”
- “Zindagi Jab Bhi Ruthi”
पंकज उधास को उनके शानदार योगदान के लिए कई सम्मानों से भी नवाजा गया, जिनमें पद्म श्री पुरस्कार (2011) और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (2003) शामिल हैं।
पंकज उधास का निधन, संगीत जगत की अपूरणीय क्षति
पंकज उधास का निधन भारतीय संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी मधुर आवाज और ग़ज़लों के गहरे भाव आने वाली पीढ़ियों को भी याद किए जाते रहेंगे।