Nath Utrai: आपने सुना होगा कि राजा-महाराजा अपने राजकुमारों को शिष्टाचार सीखने के लिए वेश्याओं के पास भेजा करते थे। उस जमाने में कोठों पर जाना राजाओं-महाराजाओं का एक शौक भी हुआ करता था। लेकिन, उस वक्त वेश्या बनना इतना आसान नहीं था, बल्कि इसके लिए कुछ खास रस्मों से गुजरना पड़ता था. आइए जानते हैं। इन रस्मों के बारे में! पहले के समय में हर लड़की वेश्या नहीं बनती थी। अगर किसी लड़की को कोठे में लाया जाता था, तो उसे कुछ खास रस्मों से गुजरना पड़ता था। ये रस्में बहुत ही खास होती थीं, जिनमें मसि (Missi), अंगिया (Angiya) और नथ उतराई (Nath Utrai) जैसी रस्में शामिल थीं।
1. नथ उतराई (Nath Utrai) – शुभ या अशुभ?
कोठे में किसी भी लड़की की पहली रात को नथ उतराई की रस्म होती थी. दरअसल, चाहे कोई भी जमाना रहा हो, कोठे में कुंवारी लड़की की बोली सबसे ज्यादा लगती थी। खासकर तब जब वो बिल्कुल नई होती थी। ये पहली बोली एक तरह से त्योहार जैसा होता था। इसके लिए कई सारे रईस लोग कोठे पर आते थे और उस लड़की के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाते थे। जिसकी बोली सबसे ज्यादा होती थी, उसी के साथ उस लड़की की पहली रात होती थी। ऐसी स्थिति में कुंवारी लड़की की नाक में पहली बार नथ पहनाई जाती थी, जिसे वो उस रात के बाद कभी नहीं पहनती थी।
2. अंगिया (Angiya) – बचपन से जवानी की ओर
जब कोई लड़की बचपन से निकलकर जवानी में कदम रखती थी। तो उसके शरीर में कई बदलाव होते थे। इसी दौरान अंगिया नाम की एक रस्म होती थी। इस रस्म में कई वेश्याएं इकट्ठी होती थीं और उस लड़की को पहली बार ब्रा पहनाई जाती थी। दरअसल, ये रस्म उस लड़की के लिए वेश्या बनने की पहली सीढ़ी मानी जाती थी।
3. मसि (Missi) – काले दांतों का सौंदर्य
कुछ कोठों में मसि नाम की एक खास रस्म होती थी। जिसमें लड़की के दांतों को काला किया जाता था। दरअसल, आज के जमाने के उलट, उस वक्त काले दांत और लाल होंठ बहुत सुंदर माने जाते थे। ऐसे में लड़की के दांतों को काला करने के लिए एक खास तरह के पाउडर का इस्तेमाल किया जाता था। ये रस्म मसि कहलाती थी, ये एक ऐसी खास रस्म थी जिसमें सिर्फ कोठे की औरतें ही शामिल होती थीं। जब ये रस्म होती थी, तो उस कोठे में खास कार्यक्रम, नाच-गाना आदि का आयोजन किया जाता था।
ध्यान दें
ये रस्में इतिहास का एक हिस्सा हैं और आज के समाज में इनका कोई महत्व नहीं है। वेश्यावृत्ति एक जटिल सामाजिक मुद्दा है और इस लेख का उद्देश्य सिर्फ इतिहास को समझना है।