“अनहोनी को होनी कर दे”, ये वह नाम था जो धोनी के खेल को परिभाषित करता था। लेकिन अब वह दौर खत्म हो चुका है। अब धोनी पहले जैसे नहीं रहे। जो धोनी दुनिया के सामने एक मैच को खत्म करने वाला सुपरहीरो हुआ करता था, आज वही धोनी रन चेज के दौरान उतनी चमक नहीं दिखा पा रहे हैं। IPL के पिछले दो सीजन में धोनी के प्रदर्शन में काफी बदलाव देखने को मिला है, जो अब क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बडी़ चिंता का विषय बन चुका है। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों धोनी पहले जैसे मैच फिनिशर नहीं रह गए हैं।
धोनी का रन चेज़ में योगदान – IPL 2023 से अब तक
जब हम IPL 2023 से लेकर अब तक धोनी के योगदान को देखेंगे, तो आंकड़े थोड़े चौंकाने वाले हैं। पिछले दो सीजन में जब चेन्नई सुपर किंग्स को मैच खत्म करने की जरूरत पड़ी, धोनी का योगदान उतना प्रभावशाली नहीं रहा। IPL 2023 से लेकर अब तक कुल 11 मैचों में से CSK केवल 4 मैचों में ही सफल रन चेज़ कर पाई है, और 7 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। इस आंकड़े से यह साफ है कि धोनी का प्रभाव अब उतना मजबूत नहीं रहा।
CSK के लिए मैच खत्म करने में धोनी का योगदान – आंकड़े क्या कहते हैं?
इस सीजन में CSK के लिए 4 सफल रन चेज़ में धोनी का योगदान मात्र 3 रन का रहा, और उनका औसत भी महज 3 का था। वहीं, 7 असफल रन चेज़ में धोनी का योगदान 98 की औसत से 196 रन का रहा, और उनका स्ट्राइक रेट 178.18 था। यह आंकड़े बताते हैं कि धोनी का योगदान अब कम होता जा रहा है। उनकी उम्र बढ़ने के साथ, CSK की जीत में उनका योगदान भी घटता जा रहा है।
दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ धोनी का नाकाम अनुभव
5 अप्रैल 2025 को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मुकाबले में भी धोनी की मैच फिनिश करने की कोशिश नाकाम रही। धोनी ने 26 गेंदों पर 30 रन बनाए और अंत तक नाबाद रहे, लेकिन मैच खत्म नहीं कर पाए। इस मैच में धोनी का अप्रोच भी थोड़ा अलग दिखा। उन्होंने अपनी पहली बाउंड्री अपनी इनिंग की 19वीं गेंद पर लगाई, जो IPL 2025 में अब तक किसी बल्लेबाज द्वारा बाउंड्री जड़ने के लिए सबसे ज्यादा गेंदें हैं। यह दर्शाता है कि धोनी के खेल में अब वह तेजी और मजबूती नहीं रही जो पहले हुआ करती थी।
धोनी की बदलती भूमिका
IPL 2023 से लेकर 2025 तक की धोनी की यात्रा यह साफ बताती है कि समय के साथ उनकी भूमिका बदल रही है। वह अब पहले जैसे मैच को खत्म करने में उतने प्रभावी नहीं रहे। हालांकि, उनका अनुभव और कप्तानी का स्तर हमेशा उच्च रहेगा, लेकिन मैच फिनिश करने के मामले में धोनी अब उस पुराने धोनी से काफी अलग नजर आ रहे हैं।