नई दिल्ली: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय क्रिकेट टीम पूरी तरह से तैयार है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों की सलेक्शन प्रोसेस को अंतिम रूप दे दिया है। 18 जनवरी को दोपहर करीब साढ़े 12 बजे टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर के नेतृत्व में टीम का आधिकारिक ऐलान किया जाएगा। इस ऐलान के दौरान यह भी बताया जाएगा कि किन खिलाड़ियों को क्यों चुना गया और किन्हें टीम से बाहर रखा गया है।
चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम के लिए जसप्रीत बुमराह की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली सीरीज में लगी चोट के बाद बुमराह की फिटनेस सलेक्टर्स के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। भारतीय टीम का हर बड़ा टूर्नामेंट बुमराह की धारदार गेंदबाजी के बिना अधूरा माना जाता है। अब देखना होगा कि सलेक्टर्स उन्हें सीधा चैंपियंस ट्रॉफी में मौका देते हैं या इंग्लैंड के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज से उनकी फिटनेस को परखने का फैसला करते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारत और इंग्लैंड के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जाएगी। इस सीरीज को दोनों टीमों के लिए तैयारी का बड़ा मंच माना जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए चुनी गई टीम और चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने वाली टीम लगभग एक जैसी होगी। यह सीरीज भारतीय खिलाड़ियों को अपनी फॉर्म और फिटनेस साबित करने का बेहतरीन मौका देगी।
टीम इंडिया के लिए चैंपियंस ट्रॉफी में शामिल होने वाले 15 खिलाड़ियों को सलेक्ट करना सलेक्टर्स के लिए आसान नहीं होगा। कई युवा खिलाड़ियों ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके टीम में अपनी जगह पक्की करने का दावा ठोका है। वहीं, अनुभवी खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी सलेक्टर्स के लिए विचारणीय रहेगा। टीम का संतुलन और खिलाड़ियों की फॉर्म को ध्यान में रखते हुए ही अंतिम चयन किया जाएगा।
टीम चयन के दौरान सबसे बड़ा सवाल जसप्रीत बुमराह की फिटनेस पर रहेगा। डेथ ओवर्स में बुमराह की सटीक यॉर्कर और विकेट लेने की क्षमता उन्हें टीम इंडिया के लिए अनमोल बनाती है। हालांकि, सलेक्टर्स को उनकी फिटनेस रिपोर्ट का इंतजार है। यदि बुमराह फिट साबित होते हैं, तो यह टीम इंडिया के लिए बड़ी राहत की बात होगी।
रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने कई बार अपनी क्षमता साबित की है। वह न केवल एक अच्छे कप्तान हैं, बल्कि टीम के युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा भी हैं। चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में रोहित शर्मा का अनुभव और उनकी लीडरशिप क्षमता टीम के लिए निर्णायक साबित हो सकती है।
टीम सलेक्शन में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का सही संतुलन बनाना बेहद जरूरी होगा। शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ियों ने अपनी उपयोगिता साबित की है, जबकि विराट कोहली, रोहित शर्मा और मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी खिलाड़ी टीम के मजबूत स्तंभ हैं।